मंडी: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी के 6 मील में बीती 25 जून को भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड के अवरुद्ध हुए नेशनल हाईवे के डबल लेन को अस्थाई तौर पर खोल दिया गया है, लेकिन अभी भी सड़क किनारे पहाड़ जैसी खड़ी चट्टाने खतरे की घंटी बजा रही है. यदि हिमाचल में एक बार फिर से भारी बारिश का दौर शुरू होता है तो यह चट्टाने कभी भी सड़क पर आ सकती हैं. वहीं, इन चट्टानों के नीचे कोई वाहन आ जाए तो वह दृश्य बहुत ही भयानक होगा.
ऐसे में अब पुलिस प्रशासन ने एनएचएआई के साथ मिलकर इन विशालकाय चट्टानों को नेशनल हाईवे से हटाने की योजना बनाई है, ताकि आने वाले समय में नेशनल हाईवे पर ना तो यहां पर कोई अनहोनी घटना हो और ना ही लैंडस्लाइड जैसी आपदा के समय पर्यटकों सहित वाहन चालकों को कोई परेशानी हो. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने वीरवार को एनएचएआई के अधिकारियों के साथ लैंडस्लाइड संभावित इन क्षेत्रों का निरीक्षण कर इन चट्टानों को हटाने का प्लान तैयार किया.
एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि विशालकाय चट्टानों को तोड़ने के लिए सबसे पहले यहां पर रैंप तैयार किया. जिसके लिए आज (शुक्रवार) चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद रखा जाएगा. इसके उपरांत इन चट्टानों को ब्लास्ट के माध्यम से तोड़ा जाएगा. यह प्रक्रिया आज शाम या अगले दिन शनिवार को जाएगी. ब्लास्ट के उपरांत एक बार फिर से चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे को बंद रखा जाएगा. इसके उपरांत रात के समय इस मलबे को एनएचएआई की मशीनरी द्वारा हटाया जाएगा.
इस दौरान भी चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे को 5 घंटों तक बंद रखा जाएगा. इस दौरान नेशनल हाईवे पर सभी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद रहेगी. इस दौरान छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्गो गोहर वाया चैलचौक व कांडी कटौला से भेजा जाएगा. इन वैकल्पिक मार्गों से बड़े वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी. उन्होंने वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है.
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