हमीरपुर: दर्द निवारक दवाइयों के साथ ही मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर की निशुल्क दवाई डिस्पेंसरी कैल्शियम की गोलियां का टोटा भी पड़ गया है. यहां प्रदेश सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे हवाई साबित हो रहे हैं.
मरीजों को अस्पताल के अंदर मिलने वाली इन गोलियों के लिए बाहरी निजी मेडिकल स्टोर्स का रुख करना पड़ रहा है. इसके लिए उन्हें निशुल्क मिलने वाली इस दवाई के लिए रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. वहीं, गर्भवतियों को अस्पताल में कैल्शियम और आयरन मुफ्त मिलता है, लेकिन कैल्शियम न होने के कारण उन्हें भी बाहरी मेडिकल स्टोर से खरीदकर गुजारा करना पड़ रहा है.
बीते छह माह से कैल्शियम की गोलियां अस्पताल में उपलब्ध नहीं हैं. वहीं, कुछ दिन पहले आयरन भी समाप्त हो गया था. ऐसे में इन जरूरी दवाइयों की उचित सप्लाई न होने से लोगों में स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ रोष है.
इससे पूर्व अस्पताल में दर्द निवारक और एलर्जी की दवाइयां भी नहीं मिल रही थीं. जिन्हें अब अस्पताल के निशुल्क दवाई काउंटर पर उपलब्ध करवा दिया गया है. सरकार के 330 दवाइयां निशुल्क उपलब्ध करवाने के दावे की पोल यहां खुल रही है. अस्पताल में पूरी 330 तो क्या इनकी आधी दवाइयां भी उपलब्ध नहीं है. लोगों ने अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया है.
इस बारे में मेडिकल कॉलेज के निशुल्क दवाई काउंटर प्रभारी डॉ. मोहन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्टोर में सप्लाई नहीं आई है. एमएस को इस बारे में अवगत करवाया गया है. वह ही इसके लिए अधिकृत हैं. उन्होंने कहा कि दर्द निवारक और एलर्जी की दवाइयां उपलब्ध करवा दी गई हैं.