हमीरपुर: हिमाचल में हर छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रमों में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी से जुड़े लोगों को खास एहमियत दी जाती है, लेकिन कोरोना महामारी से चलते इन सभी लोगों के कारोबार ठप पड़ गए हैं.
बात चाहे शादियों के सीजन की हो या फिर पर्यटन सीजन की फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर हर लम्हे को कैमरें में कैद कर लेते थे, लेकिन लॉकडाउन ने इनके कारोबार को निचोड़ कर के रख दिया. कोरोना संक्रमण के चलते ना बैंड बाजे का शौर और ना ही किसी की बर्थड़े पार्टी का शौर है. ऐसे में फोटोग्राफी व्यवसाय से जुड़े लोगों के पास काम नहीं है. हालांकि 2 या 3 महीने पहले फोटोग्राफरों की तरफ से जो काम लैब में लाया गया था उसे निपटाया जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को अपना कारोबार अंधकार में डूबता ही नजर आ रहा है.
हमीरपुर के मशहूर आरके स्टूडियो के मालिक राजू कुमार का कहना है कि हालात ऐसे हैं कि दिसंबर तक लोगों ने अपने कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं. उन्हें अपने कर्मचारियों को घर बैठे ही सैलरी देनी पड़ रही है. वेतन भुगतान के लिए उन्होंने अपनी एफडी को भी तुड़वा दिया है.
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का कारोबार सिर्फ शादी समारोह तक ही सीमित नहीं है. स्कूलों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों से लेकर राजनीतिक रैलियों से ये व्यवसायी अपनी आजिविका चलाते हैं.
फोटोग्राफरों का कहना है कि इन दिनों वह अपने पुराने कांट्रैक्ट को ही निपटाने में लगे हुए हैं. उन्हें चिंता इस बात की सता रही है कि आने वाले वक्त में अगर उनका कोरोबार सही से ना चला तो उनका क्या होगा.
आपकों बता दें कि हिमाचल में ऐसे कई फोटोग्राफी से जुड़े कारोबारी हैं, जो किराय की दुकान से अपने इस व्यवसाय को चला रहे हैं. अब बड़ा सवाल तो ये भी है कि आखिर कैसे ये लोग इन मुश्किल हालातों का सामना कर पाएंगे.
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