हमीरपुर: आपदा की घड़ी में प्रदेशभर में भयानक तस्वीरें सामने आ रही हैं. दुख की इस घड़ी में अपनों को सहारा देने के लिए परिवारजन और रिश्तेदार आगे आ रहे हैं. अपनो को सहारा देने के साथ ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बेगाने को अपना मानकर कर सेवाभाव में जुटे हैं. हमीरपुर जिले में दो परिवारों के बेघर होने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता प्यारे लाल शर्मा ने अपने घर में सहारा दिया है. बरोहा में भारी बारिश से दो सगे भाइयों के मकान गिरने से इस आपदा की घड़ी में उनको अपने घर पर रखकर प्यारे लाल शर्मा ने मानवता की मिसाल पेश की है. उनके इस कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है.
पूरे प्रदेश भर में जहां भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन और लोगों के घर गिर जाने से बहुत ज्यादा नुकसान प्रदेश भर में हुआ है. गत दिनों हमीरपुर जिले में भी भारी बारिश से काफी नुकसान आम जनमानस को हुआ है. इसी दौरान बरोहा में विनोद कुमार वह उनके स्वर्गीय भाई दोनों का मकान गिरकर तहस नहस हो गया. समय रहते जिला प्रशासन ने उनकी व्यवस्था किसान भवन बरोहा में करवाई पर जब प्यारे लाल शर्मा वहां पर उनका हाल चाल पूछने गए तो उन्होंने देखा कि ना तो वहां पर पानी की व्यवस्था है ना शौचालय की.
परिवार की समस्याएं देख प्यारे लाल शर्मा ने अपने बेटों को कहकर निर्णय लिया कि अपने घर की ऊपर की मंजिल में दोनों परिवारों की रहने का आसरा देंगे. जब तक हालात स्थिर नहीं हो जाते तब तक प्यारे लाल शर्मा ने उन दोनों परिवारों की देखरेख का जिम्मा उठाया हैं. आपदा की घड़ी में अपने बेगाने का भेद भुला कर कैसे मानवता निभाई जाती है इसका यह संजीदा उदाहरण समाज के समक्ष प्यारे लाल शर्मा ने पेश किया है.
प्यारे लाल शर्मा ने कहा कि आपदा की घड़ी में दोनों परिवारों को घर ढह गया है. परिवार ने नया मकान बनाया था. मकान में परिवार का सारा कीमती सामान भी दब गया है. प्रशासन ने किसान भवन में परिवार के ठहरने की व्यवस्था की लेकिन वहां पर मुलभूत सुविधाएं नहीं थी. परिवार की परेशानी को देखकर उन्होंने परिवार को घर में आसरा दिया है. आपदा की इस घड़ी में मानवता को ध्यान में रखते हुए प्रभावितों की मदद की जानी चाहिए.