हमीरपुर: कोरोना महामारी के दौर में भोरंज प्रशासन एक मरीज के लिए मसीहा साबित हुआ है. कर्फ्यू के समय प्रशासन न केवल लोगों से नियमों का पालन करवा रहा है, बल्कि जरूरतमंदों को दवाइयां व जरूरी सामान उपलब्ध करवाने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
दरअसल, सुरेंद्र शर्मा निवासी गांव पैंजवीं, डाकघर मनोह, तहसील भोरंज ब्रेन हेमरेज के मरीज हैं और उनका उपचार पीजीआई चंडीगढ़ से चल रहा है. सुरेंद्र की सारी दवाईयां भी पीजीआई से ही आती है. दो दिन पहले सुरेंद्र की सारी दवाइयां खत्म हो गई. सुरेंद्र का बेटा चंडीगढ़ से दवाई लाने के लिए ऊना में फंसा हुआ है. ऊना प्रशासन उनके बेटे का पास नहीं बना रहा था और ऐसे में बीमार सुरेंद्र शर्मा की पत्नी पम्मी देवी ने पूर्व उपप्रधान कडोहता कुलबंत सिंह को फोन किया और पूरी स्थिति से अवगत करवाया.
उपप्रधान कुलबंत सिंह ने 104 नंबर डायल कर पूरी समस्या बताई. हेल्पलाइन के जरिए उन्हें मेडिकल सहायता का नंबर व प्रशासन का नंबर दिया गया. प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए दवाई मंगवाकर पैंजवी गांव पहुंचा दी. वहीं, सुरेंद्र के बेटे को ऊना में ही रहने की सलाह दी गई. बीमार सुरेंद्र कुमार के परिजनों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने प्रशासन का समय पर दवाई उपलब्ध करवाने के लिए धन्यवाद किया है.
भोरंज के एसडीएम अमित शर्मा ने बताया कि मरीज के लिए दवाई उपलब्ध करवा दी गई है. लोगों से पूर्ण रूप से लॉकडॉउन का पालन करने की अपील है. प्रशासन लोगों की हर प्रकार से सहायता करने की कोशिश कर रहा है.