बड़सरः उपमंडल के अंतर्गत पशु चिकित्सा अधिकारी के लिए रहने के लिए भवन का निर्माण किया गया था, लेकिन 4 कमरों का यह भवन अब खंडहर बन गया है. ईटीवी भारत की ओर से जांच पड़ताल की गई कि भवन खंडहर क्यों बना? क्या पशु चिकित्सा अधिकारी इसमें नहीं रहते?
पिछले 3 वर्षों से खाली है ये भवन
डायरेक्टर हमीरपुर डॉ. मनोज से जब बात हुई तो उनका कहना था कि पिछले 3 वर्षों से इस भवन में कोई भी पशु चिकित्सा अधिकारी नहीं रह रहा है, क्योंकि इस भवन को अनसेफ घोषित कर दिया गया है, इसलिए इस भवन के संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है. अब इस भवन को डिस्मेंटल किया जाएगा और बाद में यहां पर दूसरे भवन का निर्माण किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सा विभाग ने इस भवन के निर्माण पर लाखों रुपए खर्च किए, लेकिन समय रहते इस भवन का इस्तेमाल नहीं हुआ. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विभाग को इसके बारे में पता नहीं था.
जब भी किसी भवन का निर्माण किया जाता है तो अधिकारी को उस भवन में रहने के लिए दिशा-निर्देश दिए जाते हैं, क्योंकि सरकार की ओर से दिए दिशा-निर्देश के अनुसार जिस अधिकारी को भवन आवंटित किया जाता है उस अधिकारी को एचआरए नहीं दिया जाता, लेकिन बड़सर के पशु चिकित्सा अधिकारी ने अपने उच्च अधिकारियों को इस संबंध में अवश्य जानकारी दी है या नहीं ये पड़ताल का विषय है.
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