हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में डायरिया का प्रकोप लगातार जारी है. शनिवार को यहां पर पहला मामला सामने आया था, जबकि पांचवें दिन बुधवार को 999 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. बीमारी से पीड़ित अधिकतर लोगों का उपचार घर पर ही चल रहा है, जबकि 4 लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं. बुधवार को नादौन विधानसभा क्षेत्र के जोल सप्पड़ क्षेत्र के विभिन्न गांवों में 26 लोगों में डायरिया के लक्षण पाए गए हैं, हालांकि उनका उपचार घर में ही चल रहा है.
उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने बताया कि नादौन उपमंडल के जोल सप्पड़ क्षेत्र के विभिन्न गांवों में डायरिया के मामलों में अब काफी कमी आई है और स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने बुधवार को भी क्षेत्र के गांवों में स्क्रीनिंग जारी रखी. इस दौरान 26 लोगों में डायरिया के लक्षण पाए गए हैं. उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें अभी तक 57 गांवों में लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं.
स्क्रीनिंग के दौरान पाए गए मामलों की कुल संख्या 999 तक पहुंच गई है, लेकिन इनमें से केवल दो लोग ही अस्पताल में उपचाराधीन हैं. अन्य लोगों को घर पर ही पर्याप्त दवाइयां और ओआरएस के पैकेट उपलब्ध करवाए गए हैं. उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने क्षेत्रवासियों से भी ऐहतियात बरतने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि सभी लोग पानी उबालकर ही पीएं और सफाई का ध्यान रखें. अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भोजन में दही और घर पर उपलब्ध अन्य पौष्टिक आहार लेते रहें. डायरिया के लक्षण आने पर तुरंत आशा वर्कर, स्वास्थ्य कर्मचारी या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें. उपायुक्त ने बताया कि जल शक्ति विभाग को पूरे जिले में सभी पेयजल योजनाओं के जल स्रोतों में सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. ग्राम पंचायतों को भी अपने-अपने क्षेत्रों के प्राकृतिक एवं पारंपरिक जल स्रोतों को साफ करने के आदेश जारी किए गए हैं.
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