हमीरपुर: एजुकेशन हब हमीरपुर जिले में जीरो एनरोलमेंट वाली 10 राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं को बंद कर दिया गया है. इन 10 स्कूलों को बंद करने के साथ ही जिला के अन्य 50 प्राइमरी स्कूलों के बंद होने का खतरा भी मंडरा रहा है. इन स्कूलों में भी विद्यार्थियों की संख्या 10 से कम है जिस वजह से इन स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है. पिछले दिनों सरकार की तरफ से 10 से कम संख्या वाले स्कूलों को बंद करने का निर्णय लेने की बात कही गई थी हालांकि इस विषय पर अभी तक विभाग की तरफ से कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है.
हाल ही में जीरो एनरोलमेंट के स्कूलों को बंद करने का सरकार की तरफ से निर्णय लिया गया था. सरकार ने हाल ही में निर्णय लिया था कि जिन स्कूलों में एक भी बच्चे की एनरोलमेंट नहीं है उन्हें बंद कर दिया जाएगा और वहां पर तैनात मौजूदा स्टाफ को उन स्कूलों में एडजस्ट किया जाएगा जहां शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं. इन स्कूलों के बंद होने के बाद अब जिन स्कूलों में 10 से कम छात्र हैं उनकी सूची भी तैयार कर ली गई है. सरकार शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए स्कूलों की संख्या के बजाय गुणवत्ता पर फोकस कर रही है ऐसे में आने वाले दिनों में इन स्कूलों को भी बंद किया जा सकता है ताकि स्टाफ को अधिक एनरोलमेंट वाले स्कूलों में तैनात कर शिक्षा के स्तर को बेहतर किया जा सके.
किस खंड में कितने स्कूल हुए बंद: हमीरपुर जिले के सभी शिक्षा खंड के तहत जीरो इनरोलमेंट की वजह से स्कूल बंद हुए हैं. शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सुजानपुर ब्लॉक में दो, हमीरपुर ब्लाक में तीन, बिझडी ब्लॉक में दो स्कूल, गलोड़ ब्लॉक में एक स्कूल और भोरंज ब्लॉक में दो स्कूल को बंद कर दिया गया है.
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर कुलभूषण राकेश ने बताया कि हमीरपुर जिला में वर्तमान समय में 480 प्राथमिक पाठशाला आए हैं इनमें से 10 पाठशाला 0 एनरोलमेंट की वजह से बंद कर दी गई है. यहां पर तैनात स्टाफ को संबंधित केंद्र 5 सालों में नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में 50 के करीब ऐसे प्राइमरी स्कूल है जहां 10 से कम बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में नियमों के मुताबिक स्टाफ पूरा है. सरकार के जो भी निर्देश आएंगे उसके मुताबिक उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा.
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