चंबा: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव एवं पंजाब की पूर्व प्रभारी सहित डलहौजी से 6 बार की कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार के 3 सालों को नकारा है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के 3 साल भाजपा सरकार के आपसी मतभेद में ही बीत गए और हिमाचल प्रदेश में विकास के नाम की कोई चीज सामने नहीं है.
उन्होंने कहा कि 3 सालों में हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के संगठन और सरकार में तनातनी बनी रहे जिसके चलते प्रदेश की जनता की ओर भारतीय जनता पार्टी का ध्यान नहीं गया. एक तरफ जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिला में मुख्यमंत्री को बोलने का मौका नहीं देना तो वहीं, दूसरी ओर मुख्यमंत्री और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के आपसे टकराव भी छिपे नहीं है. यही कारण है कि 3 सालों तक हिमाचल प्रदेश की भाजपा आपस में ही लड़ते झगड़ते नजर आए.
3 सालों में जयराम सरकार विकास करवाने में नाकाम
आशा कुमारी ने कहा कि चंबा जिला का मेडिकल कॉलेज पिछले 3 सालों से अधर में लटका हुआ है. इसके अलावा चंबा जिला का प्रमुख मुद्दा सीकरी धार सीमेंट प्लांट भी शुरू ना करवाने में जयराम सरकार नाकाम साबित हुई है. इसके अलावा भी चंबा जिला में 3 सालों में जयराम सरकार विकास करवाने में नाकाम साबित हुई है.
आशा कुमारी ने कहा कि देश का किसान दिल्ली के साथ लगते बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहा है, लेकिन केंद्र की गूंगी बहरी सरकार सुनने को तैयार नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा है कि यूपीए सरकार में कृषि मंत्री शरद पवार ने ऐसा कोई बिल नहीं लाया था. इसके बारे में उन्होंने सफाई दे दी है, लेकिन जो भाजपा लाई है वह किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर देगा.
ज्यादा से ज्यादा कांग्रसी लोग जीत हासिल करें
विधायिका आशा कुमारी ने नगर निकाय और पंचायती राज चुनावों को लेकर कहा कि यह चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते हैं, लेकिन फिर भी हम उम्मीद जता रहे हैं कि कांग्रेस विचारधारा से जुड़े लोग अधिक से अधिक जीतकर प्रधान उपप्रधान जिला परिषद वार्ड सदस्य जीतकर लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर पूरी तरह से तैयार है. इसको लेकर कांग्रेस मजबूत है संगठित है और एक ही मंच पर जबरदस्त जीत के साथ 2022 में अपना परचम लहराएगी.
विधायिका आशा कुमारी ने कहा कि कोरोना वायरस के दौर में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा सत्र तक नहीं बुलाया गया और यह बहाना बनाया गया कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस फैल रहा है. ऐसे में उसके बाद सरकार द्वारा जनसभाएं रैलियां की गईं. जिसके बाद हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की संख्या इतनी हो चुकी है कि आज हिमाचल प्रदेश कोरोना में देश का पहला राज्य बन गया है जहां सबसे अधिक कोरोना वायरस के सामने आए हैं, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है.
सबके घोटाले सामने आएंगे और उसके बाद किसी को नहीं बख्शा जाएगा
विधायिका आशा कुमारी ने कहा कि विधानसभा का सत्र होता तो सरकार से कई सवाल पूछे जाते, लेकिन सरकार ने कोरोना वायरस का बहाना बनाकर सत्र ही टाल दिया है. जिसका जवाब जनता देगी. आशा कुमारी ने तंज कसते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में जयराम सरकार ने जो घोटाले किए हैं जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी सबके घोटाले सामने आएंगे और उसके बाद किसी को नहीं बख्शा जाएगा.