चंबा: हिमाचल में फेसबुक आईडी हैक कर शातिरों द्वारा दोस्तों से पैसे मांगने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इस बार जिला चंबा से ऐसा ही मामल दर्ज किया गया है.
हैकरों ने पूरी तरह से सजगता बरतते हुए बकायदा सभी दोस्तों रिश्तेदारों से पैसे भेजने की गुजारिश की गई. वहीं, सब दोस्तों ने इस प्रकार की विपदा आने पर अपने दोस्त को फोन किया तो इस बात का खुलासा हुआ कि पैसे की मांग करने वाले व्यक्ति को तो इस बात का इल्म तक नहीं है.
बहरहाल यह मामला डीएसपी चंबा के पास पहुंच गया है. जिसके बाद उन्होंने साइबर सेल के तहत मामले की तफ्तीश भी अपने स्तर पर शुरू करवा दी है.
डीएसपी चंबा अजय कपूर ने बताया कि वन विभाग से सेवानिवृत्त एक अधिकारी का फेसबुक आईडी हैक कर शातिरों ने उनके दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे मांगने संबंधी शिकायत पुलिस के पास पहुंची है.
डीएसपी चंबा ने लोगों से की अपील
शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपने स्तर पर तफ्तीश शुरू कर दी है. उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया है कि वह फेसबुक अकाउंट पर आने वाली किसी भी मित्र की आईडी की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें.
इससे शातिर उनके जरूरी दस्तावेजों सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को भी हैक कर उन्हें क्षति पहुंचा सकते हैं.
घटना के पीड़ित वन विभाग के सेवानिवृत अधिकारी तरूण कुमार
इस घटना के पीड़ित वन विभाग के सेवानिवृत अधिकारी तरूण कुमार ने सबसे पहले साइबर कैफे में जाकर अपनी फेसबुक आइडी को बंद किया. इसके बाद अपने सभी दोस्तों व सगे संबंधियों को फोन के फ्रॉड से बचने के लिए जानकारी दी.
डीएसपी चंबा अजय कपूर ने बताया कि फेसबुक हैक करके पैसे मांगने संबंंधि चंबा में कई मामले देखने को मिल रहे हैं. इसको लेकर पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है. लोगों को भी ऐसे हैकर से बचने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यक्ता है.
चंबा में वन विभाग के सेवानिवृत अधिकारी की फेसबुक आइडी को हैक करके उनके फेसबुक दोस्तों से हैकर ने पैसे मांगे. इसको लेकर सेवा निवृत अधिकारी तरूण कुमार ने पुलिस विभाग के साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है.
पुलिस ने उनकी शिकायत को दर्ज करते हुए अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है, जिससे हैकर का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
नहीं हुआ किसी दोस्त का आर्थिक नुकसान
तरूण कुमार ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे उन्हें दोस्तों व सगे संबंधियों के फोन आने लगे कि आपको पैसे की क्या जरूरत पड़ गई. यह वाक्य सुनकर वह शतब्द हो गये, क्योंकि पैसे मांगने को लेकर उन्होंने किसी को भी कोई मैसेज नहीं किया.
जबकि उनकी फेसबुक आइडी से सभी दोस्तों को मैसेज किया गया कि उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है. इसलिए वह उनके गूगल पे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करें.
गनीमत यह रही कि किसी भी दोस्त या सगे संबंधि ने पैसे डालने से पहले उन्हें फोन कर दिया. जिसकी वजह से उनके दोस्त व सगे संबंधि ठगी को शिकार होने से बच गए.
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