चंबा: कोरोना वायरस के चलते शैक्षणिक संस्थाओं को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. बीते लंबे समय से प्रदेश के निजी स्कूलों पर अभिभावकों पर फीस को लेकर दबाव बनाने जैसे कई आरोप लग रहे हैं. हालांकि सरकार निजी स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच पैदा हो रही समस्याओं को निपटाने की पूरी कोशिश कर रही है.
चंबा निजी स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिला मुख्यालय में बैठक की. बैठक में निजी स्कूलों को पेश आ रही समस्याओं पर मंथन किया गया. इस दौरान चंबा सदर विधायक पवन नैय्यर भी विशेष रूप से मौजूद रहे. इस दौरान एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विधायक को निजी स्कूलों के संचालन में पेश आ रही समस्याओं से अवगत करवाया.
निजी स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि सरकार की ओर से निजी स्कूलों को जारी किए गए आदेशों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है. इससे अभिभावकों में संशय की स्थिति बनी हुई है. नए सत्र के तीन महीने बीत जाने के बाद भी स्कूलों में दाखिले की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. ऐसे में सरकार को निजी एवं सरकारी स्कूलों में दाखिले की अंतिम तिथि की घोषणा करनी चाहिए.
निजी स्कूल एसोसिएशन के मुताबिक स्कूल प्रबंधन लॉकडाउन के बीच भी दिन-रात मेहनत कर बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें फीस देने में अभिभावक संकोच कर रहे हैं. वहीं, चंबा सदर विधायक पवन नैय्यर ने कहा वह मुख्यंमत्री जयराम ठाकुर को उनकी समस्याओं से अवगत करवाएंगे.
निजी स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा का कहना है कि पिछले ढाई महीने से स्कूल बंद हैं. ऐसे में स्कूल खोलने को लेकर सरकार स्थिति को स्पष्ट नहीं कर रही है. जिसके चलते स्कूल प्रबंधन से लेकर अभिभावक स्कूलों में बच्चों की एडमिशन को लेकर कन्फ्यूज हैं.
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