चंबा: जिला प्रशासन लगातार कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है. वहीं, अब चंबा के लोग सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर की तरह इस्तेमाल करने पर विरोध जता रहे हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस के मरीजों को चंबा जिला में कोविड केयर सेंटर आयुर्वेदिक अस्पताल बालू में भर्ती किया जा रहा है. साथ ही देश के दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को कई सरकारी संस्थानों में क्वारंटाइन किया जा रहा है.
जिसके चलते चंबा जिला के अधिकतर सरकारी स्कूल भी क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, लेकिन चंबा में अब लोगों ने ऐसे स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर की तरह इस्तेमाल करने को लेकर नाराजगी जतानी करना शुरू कर दी है.
चंबा जिला के करिया स्कूल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जो गांव के बीच में बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए प्रशासन को इसकी शिकायत की है कि जब लोगों को यहां लाया जाता है, तो गांव के लोग काफी डर जाते हैं.
ऐसे में प्रशासन को ये क्वारंटाइन सेंटर बंद करना चाहिए जिससे गांव के लोगों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े. हाल ही में बाहरी राज्यों से 20 से अधिक लोगों को इस स्कूल में रखा गया था. इनमे एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था. इसके बाद गांव में दहशत और बढ़ गई थी.
स्थानीय लोगों ने बताई विरोध की वजह
स्थानीय लोगों का कहना है की हमारे गांव से ढाई सौ मीटर दूरी पर बीचों-बीच एक सरकारी स्कूल है. यहां बाहर से आने वाले लोगों को रखा जा रहा है. इसी क्वारंटाइन सेंटर में एक कोरोना पॉजिटिव मामला भी सामने आया था, उसके बाद लोगों काफी डर रहे हैं. हम प्रशासन से मांग कर रहे है की इस क्वारंटाइन सेंटर को बंद किया जाए ताकि लोगों को परेशानी पेश न आए.
एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह
एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह का कहना है की कुछ गांव के लोगों ने किरिया स्कूल को क्वारंटाइन सैंटर के तौर पर इस्तेमाल करने को लेकर नाराजगी जताई है. यहां आइसोलेट किया गया एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इसके बाद लोगों में पैनिक क्रिएट हो गया था. लोगों को बता दिया गया है कि यहां कम से कम लोगों को रखा जाएगा और स्कूल को पूरी तरह से सेनिटाइज किया जाएगा.
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