ETV Bharat / state

हिमाचल में मानसून धीमा, चंबा में बारिश नहीं होने से सूखने लगी मक्की की फसल

मानसून का दौर शुरू हो चुका है. बावजूद इसके बारिश नहीं होना किसानों की परेशानी बढ़ा रहा है. चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों किसानों ने मक्की की फसल की बिजाई की है. बारिश नहीं होने के चलते मक्के के खेतों में मक्की की फसल सूखने की कगार पर पहुंच चुकी है.

मक्की
मक्की
author img

By

Published : Jul 19, 2020, 3:20 PM IST

चंबा: मानसून का दौर शुरू हो चुका है. बावजूद इसके बारिश नहीं होना किसानों की परेशानी बढ़ा रहा है. चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों किसानों ने मक्की की फसल की बिजाई की है. बारिश न होने के चलते मक्के के खेतों में मक्की की फसल सूखने की कगार पर पहुंच चुकी है.

बता दें पहाड़ी इलाकों में किसान लोक मक्की की फसल भेजते हैं, लेकिन पहाड़ी इलाकों में सिंचाई नहीं होती है बल्कि यह प्राकृतिक रूप से बारिश पर ही किसान लोग निर्भर रहते हैं. मानसून के शुरू होने के बाद भी बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं.

वीडियो.

हालांकि पहाड़ी इलाकों में ठंड की वजह से दूसरी फसल नहीं होती है. इसलिए पहाड़ी इलाकों में किसान साल में एक ही फसल लगाते हैं, जिसके लिए पूरा साल मेहनत करते हैं. ऐसे में उस फसल के लिए जद्दोजहद किसानों को करनी पड़ रही है.

वहीं, दूसरी ओर किसानों का कहना है कि पिछले काफी दिनों से बारिश नहीं होने के चलते हमारी मक्की की फसल सूखने लगी है. अगर बारिश नहीं होती है, तो हमारी सालभर की मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी. ऐसे में सभी किसान बारिश के लिए उम्मीद लगा कर बैठे हुए हैं.

पढ़ें: ना किसी को OTP बताया ना बैंक अकाउंट की डिटेल, फिर भी खाते से निकले 1 लाख 20 हजार रुपये

चंबा: मानसून का दौर शुरू हो चुका है. बावजूद इसके बारिश नहीं होना किसानों की परेशानी बढ़ा रहा है. चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों किसानों ने मक्की की फसल की बिजाई की है. बारिश न होने के चलते मक्के के खेतों में मक्की की फसल सूखने की कगार पर पहुंच चुकी है.

बता दें पहाड़ी इलाकों में किसान लोक मक्की की फसल भेजते हैं, लेकिन पहाड़ी इलाकों में सिंचाई नहीं होती है बल्कि यह प्राकृतिक रूप से बारिश पर ही किसान लोग निर्भर रहते हैं. मानसून के शुरू होने के बाद भी बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं.

वीडियो.

हालांकि पहाड़ी इलाकों में ठंड की वजह से दूसरी फसल नहीं होती है. इसलिए पहाड़ी इलाकों में किसान साल में एक ही फसल लगाते हैं, जिसके लिए पूरा साल मेहनत करते हैं. ऐसे में उस फसल के लिए जद्दोजहद किसानों को करनी पड़ रही है.

वहीं, दूसरी ओर किसानों का कहना है कि पिछले काफी दिनों से बारिश नहीं होने के चलते हमारी मक्की की फसल सूखने लगी है. अगर बारिश नहीं होती है, तो हमारी सालभर की मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी. ऐसे में सभी किसान बारिश के लिए उम्मीद लगा कर बैठे हुए हैं.

पढ़ें: ना किसी को OTP बताया ना बैंक अकाउंट की डिटेल, फिर भी खाते से निकले 1 लाख 20 हजार रुपये

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.