चंबा: जिला के भरमौर उपमंडल में रावी नदी पर 240 मैगावाट की जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य करने वाली जेएसडब्ल्यू कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा. इस दौरान कंपनी के गरोला स्थित कार्यालय के बाहर प्रोजेक्ट के लिए अपनी भूमि देने वाले लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया.
भूमि मालिकों के धरने प्रदर्शन की सूचना मिलते ही सुरक्षा के मध्यनजर एक पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची है और पुलिस मौजूदगी में दोंनों पक्षों की बैठक आरंभ हुई है. लैंड लूर्जस का आरोप है कि कंपनी ने मुआवजा राशि को लेकर उनके साथ धोखा किया है.
जनवरी माह में स्थानीय विधायक की मौजूदगी में लैंड लूजर की बैठक भरमौर में कंपनी प्रबंधन के साथ हुई थी, जिसमें फैसला लिया गया था कि जब तक कंपनी भूमि मालिकों को तय मुआवजा नहीं दे देती, तब तक किसी भी जमीन पर कार्य नहीं चलेगा. उनका आरोप है कि कंपनी मनमाने ढंग से काम चला रही है.
कंपनी विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में तय हुआ था कि भूमि मालिकों के साथ वितीय मामला पूरा होने के बाद ही काम किया जाएगा. वहीं, इनके लिए स्थाई रोजगार समेत अन्य मांगों को भी रखा गया था और कंपनी प्रबंधन ने भी आश्वस्त किया.
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