चंबा: डलहौजी विधानसभा क्षेत्र की विधायक आशा कुमारी ने शनिवार को जिला मुख्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज चंबा में स्वीकृत 744 पदों में से केवल 221 पद भरे हुए हैं और शेष 523 पद खाली हैं, जिससे लोगों को काफी दिक्कते आ रही हैं.
विधायक आशा कुमारी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज चंबा को लेकर विधानसभा सत्र के दौरान उठाए गए प्रश्न के उत्तर में उन्हें मेडिकल कॉलेज चंबा में आउटसोर्स प्रणाली के तहत कुल 149 पद भरने की जानकारी मिली है. कॉलेज में कुल 374 पद खाली चल रहे हैं. स्वीपर के 36 पद स्वीकृत हैं, और कागजों में सभी रिक्त हैं. ऐसे में प्रश्न यह उठता है, कि मेडिकल कॉलेज में सफाई व्यवस्था किसके भरोसे है. मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के 23 पदों में कुल 9 पद भरे हैं.
एसोसिएट प्रोफेसर के 24 पदों में केवल आठ भरे हैं, असिस्टेंट प्रोफेसर के 43 पदों में से 27 भरे हैं. ट्यूटर के 30 पदों में 15 भरे हैं. सीनियर रेसिडेंट्स के 48 पदों में से मात्र 15 पर ही नियुक्ति की गई है. जूनियर मेडिकल ऑफिसर के 58 पदों में से केवल 10 भरे हैं. इसके साथ अतिरिक्त 17 नर्स डैप्यूटेशन पर अन्य संस्थानों में सेवाएं दे रही हैं. सीमेंट कारखाने को लेकर आशा कुमारी ने कहा कि विधानसभा में उठाए गए प्रश्न के जवाब में उन्हें ज्ञात हुआ है कि किसी भी फर्म ने टेंडरफार्म तक नहीं खरीदा है.
आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है. रिक्त पदों को भरने में सरकार कोई रूची नहीं दिखा रही है. भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में राजनीति के आधार पर पैसों का आवंटन किया जा रहा है. जिला चंबा में करोड़ों का नुक्सान होने के बावजूद भी पर्याप्त धन जारी नहीं किया जा रहा है. ऐसे में नुक्सान की भरपाई करना असंभव है. भाजपा नए डिवीजन खोलने की बजाय कई वर्षों पूर्व खोले गए डिवीजन स्थानांतरित करने में लगी है, जो कि गलत है. कुल मिलाकर भाजपा प्रतिशोध की भावना से कार्य कर रही है.