चंबा: हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1,844 कोरोना आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंबा में एक बड़ी बजह बताई है. सीएम सुक्खू ने कहा कि पिछली सरकार ने कोविड कर्मियों के लिए कोई नीति नहीं बनाई. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला जेबीटी मामले में पर्सनल इंटरफेयरेंस करके बड़ी गलती कर बैठे थे और उन्हें 10 साल की सजा हो गई. बकौल मुख्यमंत्री कोविड का सारा स्टॉफ मिला है और हमने अधिकारियों को भी बोला है कि इनके लिए कोई रास्ता ढूंढे.
दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को चंबा सदर के विधायक नीरज नैय्यर की माता के देहांत पर शोक व्यक्त करने पहुंचे थे. विधायक के आवास से निकलते ही मीडिया कर्मियों ने मुख्यमंत्री ने कोविड कर्मियों को लेकर सवाल सामने रख दिया. जिस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड स्टॉफ को पिछले आठ माह से रिलेक्सेशन दे रही है. पिछली सरकार ने इनके लिए कोई नीति नहीं बनाई और अब हमने इनका ख्याल रखना है, लेकिन पिछली सरकार इनके लिए कोई नीति बनाकर नहीं गई है और अब अड़चन यह है कि पिछली सरकार ने कोई नीति नहीं बनाई और हमें कोई कानून के तहत नीति बनानी है और कैसे बनानी है. सीएम ने कहा कि हमें कानून के दायरे में रहकर ही काम करना है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली बीजेपी की सरकार ने नीति बनाई होती, तो आज कोविड कर्मियों को धक्के नहीं खाने पड़ते. उन्होंने कहा कि संबंधित मंत्री को बोला है कि इसका अध्ययन करें. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कोविड स्टाफ को प्रेफरेंस मिलनी चाहिए. सीएम कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिर्वतन के लिए आए हैं. बकौल सीएम कोविड स्टाफ का भी ख्याल रखेंगे और कैसे करना है, इसके लिए नियम ढूंढ रहे हैं.
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