चंबा: उपमंडल भरमौर की दो पंचायतों गरोला और उलांसा में गुरूवार शाम को आसमान से आफत बरसी है. बादल फटने के बाद आए सैलाब से लोगों के घरों में पानी और मलबा घुस गया.
वहीं, खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को तहस नहस कर दिया है, जबकि चंबा-होली मार्ग भी इस सैलाब की जद में आकर वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ गया है. इसके अलावा उलांसा, ग्रीमा और सिंयूर पंचायत में जोरदार ओलावृष्टि हुई है.
जानकारी के अनुसार भरमौर उपमंडल के गरोला और उलांसा पंचायतों में गुरुवार शाम अचानक मेघों की जोरदार गर्जना के साथ ही मूसलाधार बारिश आरंभ हो गई. देखते ही देखते गरोला-उलांसा रोड पर पानी का सैलाब आ गया और होली मार्ग को चीरता हुआ नीचे की ओर बहने लगा.
दो संपर्क मार्गों समेत मुख्य खड़ामुख होली मार्ग को नुकसान पहुंचा है
गनीमत यह रहा कि अचानक सड़क से बहने लगे नाले के दौरान मुख्य मार्ग से वाहन नहीं गुजर रहा था. अन्यथा हादसा हो सकता था. स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार मूसलाधार बारिश से इसी प्रकार एक नाला पिल्ली-स्वाई रोड पर भी बन गया. जिससे दो संपर्क मार्गों समेत मुख्य खड़ामुख होली मार्ग को नुकसान पहुंचा है.
नतीजतन यहां पर वाहनों की आवाजाही भी बंद पड़ गई है. गरोला उलांसा पंचायत समिति के सदस्य पवन शर्मा ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों पंचायतों में करीब डेढ़ घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से कई लोगों के घरों में पानी घुस गया. जिससे नुकसान हुआ है.
बताया कि खेतों में तैयार गेंहू की फसल को भी मूसलाधार बारिश ने बर्बाद कर दिया है. इसके अलावा ओलावृष्टि से सेब की फसल को भी नुकसान होना बताया जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यहां हुए नुक्सान का जायजा लेने हेतू टीम गठित कर मौके पर भेजी जाएं और पीड़ितों को राहत दी जाए.
मौसम के बदले मिजाज ने गर्मी से दी राहत
भरमौर उपमंडल के विभिन्न हिस्सों में दोपहर बाद मौसम ने करवट बदल ली. नतीजतन शाम के वक्त क्षेत्र में रूक-रूक कर बारिश का दौर भी आरंभ हो गया है. जिससे काफी हद तक यहां पड़ रही प्रचंड गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है.
बता दें कि जनजातीय उपमंडल भरमौर में पिछले तीन चार दिनों से दिन के वक्त प्रचंड गर्मी पड़ रही थी. हालात यह थे कि दिन के समय घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा था. बहरहाल शाम के वक्त बारिश का दौर आरंभ होने से गर्मी से भी लोगों को निजात मिली है.
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