शिमला: आईजीएसमी में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने अब अपने हक ले लिए खुद अपनी आवाज बुलंद करने का फैसला लिया है. आईजीएमसी सुरक्षा कर्मचारी यूनियन ने सीटू का साथ छोड़ दिया है और सीटू पर गुमराह करने का आरोप लगाया है.
आईजीएसमी सिक्योरटी यूनियन के अध्यक्ष बबलू ने बताया कि सीटू उन्हें शहर में धरने देने के लिये कहता है, जबकि आईजीएमसी में तैनात सुरक्षा कर्मी गरीब घरों से सबंध रखते हैं. इसके अलावा बताया कि सीटू ऐसे लोगों के समर्थन में धरने देने को कहता है जो नशेड़ी हैं या फिर चोरी के आरोप में संस्था से निकाले गए हैं.
बबलू ने कहा कि आईजीएसमी में तैनात सभी सुरक्षा कर्मी साफ छवि के हैं और वो ऐसे लोगों का साथ कतई नहीं दे सकते, जिनका आपराधिक मामलों में संलिप्तता रही है. उन्होंने बताया कि इससे पहले जब भी उनको कोई समस्या रही है, तो उसे आईजीएमसी प्रशासन ने ही दूर किया है. इसके अलावा उन्हें विश्वास है कि आगे भी आईजीएमसी प्रशासन उनके हक की लड़ाई में उनके साथ इंसाफ करेगा.