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हर जिले में कोरोना की जांच में आएगी तेजी, ट्रू-नेट मशीन के माध्यम से हर अस्पताल में होंगे टेस्ट

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Published : Jul 13, 2020, 4:18 PM IST

Updated : Jul 13, 2020, 4:46 PM IST

आपातकाल स्थिति में अब प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में कोरोना टेस्ट लिए जा सकते है, जिसके लिए सरकार की ओर से अधिकतर अस्पतालों में ट्रू-नेट मशीन स्थापित कर दी गई है. यह मशीन 1 से 2 घंटे के भीतर कोरोना के टेस्ट सहित उसकी रिपोर्ट की पुष्टि करेगी. ट्रेनिंग में लैब टैक्नीशियन को कोविड टेस्ट के बारे सारी जानकारी दी गई. वहीं, आधुनिक मशीन के माध्यम से किस तरह से टेस्ट लिया जाएगा, इसकी सारी ट्रेनिंग विशेषज्ञों की ओर से करवाई गई. वहीं, यह मशीन प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में स्थापित कर दी गई है.

बिलासपुर अस्पताल
बिलासपुर अस्पताल

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के अब हर जिला में कोरोना की जांच स्पीड पकड़ेगी. आपातकाल स्थिति में अब प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में कोरोना टेस्ट लिए जा सकते हैं, जिसके लिए सरकार की ओर से अधिकतर अस्पतालों में ट्रू-नेट मशीन स्थापित कर दी गई है. यह मशीन 1 से 2 घंटे के भीतर कोरोना के टेस्ट सहित उसकी रिपोर्ट की पुष्टि करेगी. अगर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो अस्पताल प्रबंधन जांच के लिए शिमला आईजीएमसी भी सैंपल भेजेगा, जिसके बाद यहां पर रिपोर्ट आने पर कोरोना की आधिकारिक पुष्टि होगी.

बिलासपुर एमओएच डॉ. परविंद्र सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल में यह मशीन स्थापित कर दी गई है. सोमवार को एक टेस्ट भी लिया गया है. इस मशीन के स्थापित होने से आपातकाल स्थिति में अस्पताल प्रबंधक को इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि इस मशीन के स्थापित होने से पूर्व लैब टैक्नीशियन को इसके लिए विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है. ट्रेनिंग में लैब टैक्नीशियन को कोविड टेस्ट के बारे सारी जानकारी दी गई. वहीं, आधुनिक मशीन के माध्यम से किस तरह से टेस्ट लिया जाएगा, इसकी सारी ट्रेनिंग विशेषज्ञों की ओर से कर्रवाई गई. वहीं, यह मशीन प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में स्थापित कर दी गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

गौरतलब है कि बिलासपुर जिला में अभी तक कुल 52 मामले कोरोना के पॉजिटिव आ चुके हैं, जिनमें से 14 एक्टिव मामले हैं और 39 अभी तक ठीक होकर घर वापस चले गए हैं. 14 एक्टिव मरीजों का इलाज कोविड अस्पताल चांदपुर में किया जा रहा है. वहीं, अभी हाल-ही में बिलासपुर की बंदलाधार में प्रस्तावित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में एक मजदूर पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से उक्त स्थान को सीज कर लिया है और यहां पर लगभग 170 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है. विभाग को अंदेशा है कि उक्त व्यक्ति यहां पर काम कर रहे अधिकतर मजदूरों के कांटेक्ट में आया हुआ है.

बिलासपुर एमओएच डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में ट्रू-नेट मशीन स्थापित कर दी गई है. सोमवार को इस मशीन से एक कोरोना टेस्ट किया गया है. आपातकाल समय में इस मशीन के माध्यम से कोविड टेस्ट किया जाएगा, जिसके लिए लैब टैक्नीशियन को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है.

प्रदेश के 19 अस्पतालो में स्थापित हुई मशीन:

जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि यह आधुनिक मशीन प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में लगाई जा चुकी है, जिनमें बिलासपुर, नाहन, हमीरपुर, मंडी, टांडा, पालमपुर, नूरपुर, रिकांगपिओ, रामपुर, जोगिंद्रनगर, कुल्लू, नेरचैक, आईजीएमसी शिमला, कसौली, चंबा, नालागढ़, पौंटासाहिब व रामपुर शामिल है. इन अस्पतालों में आपातकाल समय में कोविड के टेस्ट ट्रू-नेट मशीन के माध्यम से लिए जाएंगे.

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के अब हर जिला में कोरोना की जांच स्पीड पकड़ेगी. आपातकाल स्थिति में अब प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में कोरोना टेस्ट लिए जा सकते हैं, जिसके लिए सरकार की ओर से अधिकतर अस्पतालों में ट्रू-नेट मशीन स्थापित कर दी गई है. यह मशीन 1 से 2 घंटे के भीतर कोरोना के टेस्ट सहित उसकी रिपोर्ट की पुष्टि करेगी. अगर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो अस्पताल प्रबंधन जांच के लिए शिमला आईजीएमसी भी सैंपल भेजेगा, जिसके बाद यहां पर रिपोर्ट आने पर कोरोना की आधिकारिक पुष्टि होगी.

बिलासपुर एमओएच डॉ. परविंद्र सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल में यह मशीन स्थापित कर दी गई है. सोमवार को एक टेस्ट भी लिया गया है. इस मशीन के स्थापित होने से आपातकाल स्थिति में अस्पताल प्रबंधक को इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि इस मशीन के स्थापित होने से पूर्व लैब टैक्नीशियन को इसके लिए विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है. ट्रेनिंग में लैब टैक्नीशियन को कोविड टेस्ट के बारे सारी जानकारी दी गई. वहीं, आधुनिक मशीन के माध्यम से किस तरह से टेस्ट लिया जाएगा, इसकी सारी ट्रेनिंग विशेषज्ञों की ओर से कर्रवाई गई. वहीं, यह मशीन प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के अधिकतर अस्पतालों में स्थापित कर दी गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

गौरतलब है कि बिलासपुर जिला में अभी तक कुल 52 मामले कोरोना के पॉजिटिव आ चुके हैं, जिनमें से 14 एक्टिव मामले हैं और 39 अभी तक ठीक होकर घर वापस चले गए हैं. 14 एक्टिव मरीजों का इलाज कोविड अस्पताल चांदपुर में किया जा रहा है. वहीं, अभी हाल-ही में बिलासपुर की बंदलाधार में प्रस्तावित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में एक मजदूर पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से उक्त स्थान को सीज कर लिया है और यहां पर लगभग 170 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है. विभाग को अंदेशा है कि उक्त व्यक्ति यहां पर काम कर रहे अधिकतर मजदूरों के कांटेक्ट में आया हुआ है.

बिलासपुर एमओएच डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में ट्रू-नेट मशीन स्थापित कर दी गई है. सोमवार को इस मशीन से एक कोरोना टेस्ट किया गया है. आपातकाल समय में इस मशीन के माध्यम से कोविड टेस्ट किया जाएगा, जिसके लिए लैब टैक्नीशियन को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है.

प्रदेश के 19 अस्पतालो में स्थापित हुई मशीन:

जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि यह आधुनिक मशीन प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में लगाई जा चुकी है, जिनमें बिलासपुर, नाहन, हमीरपुर, मंडी, टांडा, पालमपुर, नूरपुर, रिकांगपिओ, रामपुर, जोगिंद्रनगर, कुल्लू, नेरचैक, आईजीएमसी शिमला, कसौली, चंबा, नालागढ़, पौंटासाहिब व रामपुर शामिल है. इन अस्पतालों में आपातकाल समय में कोविड के टेस्ट ट्रू-नेट मशीन के माध्यम से लिए जाएंगे.

Last Updated : Jul 13, 2020, 4:46 PM IST
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