नैना देवी/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में शनिवार कल काफी संख्या में श्रद्धालु अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाने के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि प्राचीन परंपराओं के मुताबिक श्रद्धालु अपने बच्चों के मुंडन संस्कार यहां माता रानी के दरबार में करवाते हैं, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते मंदिर के अंदर मुंडन संस्कार करवाने पर मनाही है.
बता दें कि मुंडन की यह परंपरा प्राचीन काल से चलती आ रही है. हर मां बाप अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाने के लिए मां के दरबार में पहुंचते हैं. रिश्तेदारों के साथ तमाम रस्में अदा करके यहां मुंडन संस्कार होता है.
श्रद्धालुओं को कहना है कि बच्चों के एक वर्ष से लेकर तीन वर्ष तक मुंडन संस्कार करवाए जाते हैं और इसके लिए कोविड-19 के चलते काफी इंतजार करना पड़ रहा है, लेकिन जिन बच्चों की उम्र ज्यादा हो रही है, उनके मां-बाप मुंडन पहले से करवा कर माता के दरबार में दर्शन करने के लिए आ रहे हैं.
बता दें कि नैना देवी विश्वविख्यात शक्तिपीठ है. यहां पड़ोसी राज्यों समेत विदेशों से भी श्रद्दालु माथा टेकने के लिए आते हैं. लोग यहां अपने बच्चों का मुंडन भी करवाते हैं. कोरोना काल के बाद सरकार ने मंदिरों को खोल दिया है, लेकिन इसके साथ ही एसओपी भी तय की गई हैं. नैना देवी में अभी भी मुंडन संस्कार पर रोक लगी है.
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