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खेलों की तरफ कम हुआ युवाओं का रुझान, असुविधाएं भी बन रही खिलाड़ियों की सफलता में रोड़ा

बिलासपुर में युवाओं का खेलों की ओर रुझान कम होता नजर आ रहा है. सोशल मीडिया के दौर में अधिकतर युवा मोबाइल या फिर नशों में अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं. बिलासपुर शहर के खिलाड़ियों का कहना है कि अब खेल मैदानों में खिलाड़ियों की संख्या बहुत कम हो गई है. पहला कारण सुविधाएं और दूसरा कारण रुझान है.

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फोटो.
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Published : Apr 21, 2021, 12:47 PM IST

बिलासपुर: ईटीवी भारत की टीम ने बिलासपुर जिले के खेल मैदानों का हालत जानने की कोशिश की. जांच में यह पाया गया कि सुविधाएं होने के बावजूद खिलाड़ियों की कमी हो रही है. वहीं, कोच न होने की वजह से भी साईं हॉस्टल के खिलाड़ियों को शिफ्ट करना पड़ गया था.

साईं होस्टल से खिलाड़ियों को जम्मू किया शिफ्ट

लुहणू मैदान में स्थित कहलूर खेल परिसर में हॉकी से लेकर कबड्डी, हैंडबॉल और ऐथेलेटिक्स तक की सारी सुविधाएं हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि यहां अब खिलाड़ियों की कमी होने लगी है. अब बिलासपुर शहर की सड़कों पर इक्का-दुक्का युवा खिलाड़ी देखने को मिलते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

कोच न होने की वजह से शिफ्ट किए खिलाड़ी

बिलासपुर के साईं होस्टल से हैंडबॉल खिलाड़ी जम्मू शिफ्ट कर दिए गए थे. खिलाड़ियों को शिफ्ट करने का मुख्य कारण लंबे समय से हैंडबॉल कोच न होना था. कोच न होने की वजह से खिलाड़ियों का अभ्यास प्रतिदिन प्रभावित हो रहा था.

खेलों की तरफ कम हो रहा युवाओं का रुझान

सोशल मीडिया के दौर में अधिकतर युवा मोबाइल या फिर नशों में अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं. बिलासपुर शहर के खिलाड़ियों का कहना है कि अब खेल मैदानों में खिलाड़ियों की संख्या बहुत कम हो गई है. पहला कारण सुविधाएं और दूसरा कारण रुझान है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में अब होगा फाइव डे वीक, सरकार ने बढ़ाई बंदिशें...जानें क्या हैं महत्वपूर्ण निर्णय

बिलासपुर: ईटीवी भारत की टीम ने बिलासपुर जिले के खेल मैदानों का हालत जानने की कोशिश की. जांच में यह पाया गया कि सुविधाएं होने के बावजूद खिलाड़ियों की कमी हो रही है. वहीं, कोच न होने की वजह से भी साईं हॉस्टल के खिलाड़ियों को शिफ्ट करना पड़ गया था.

साईं होस्टल से खिलाड़ियों को जम्मू किया शिफ्ट

लुहणू मैदान में स्थित कहलूर खेल परिसर में हॉकी से लेकर कबड्डी, हैंडबॉल और ऐथेलेटिक्स तक की सारी सुविधाएं हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि यहां अब खिलाड़ियों की कमी होने लगी है. अब बिलासपुर शहर की सड़कों पर इक्का-दुक्का युवा खिलाड़ी देखने को मिलते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

कोच न होने की वजह से शिफ्ट किए खिलाड़ी

बिलासपुर के साईं होस्टल से हैंडबॉल खिलाड़ी जम्मू शिफ्ट कर दिए गए थे. खिलाड़ियों को शिफ्ट करने का मुख्य कारण लंबे समय से हैंडबॉल कोच न होना था. कोच न होने की वजह से खिलाड़ियों का अभ्यास प्रतिदिन प्रभावित हो रहा था.

खेलों की तरफ कम हो रहा युवाओं का रुझान

सोशल मीडिया के दौर में अधिकतर युवा मोबाइल या फिर नशों में अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं. बिलासपुर शहर के खिलाड़ियों का कहना है कि अब खेल मैदानों में खिलाड़ियों की संख्या बहुत कम हो गई है. पहला कारण सुविधाएं और दूसरा कारण रुझान है.

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