बिलासपुरः शहर के नामी सरकारी लेक व्यू कैफे को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. होटल की लांड्री वॉशिंग का गंदा पानी सेप्टिक टैंक के बजाय सीधे गोविंद सागर में डाला जा रहा था. कुछ दिन पहले ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औचक निरीक्षण किया था, जिसमें खामियां पाई गई थीं. इसके बाद तुरंत प्रभाव से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिलासपुर के अधिकारी ने लेक व्यू कैफे संचालक को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया है.
गोविंदसागर झील में डाला जा रहा गंदा पानी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी अतुल परमार ने बताया कि गोविंदसागर झील में किसी भी तरह से कोई गंदगी मिलाई जाती है, तो विभाग की ओर से संचालकों को शुरूआती कार्रवाई में नोटिस व दूसरे चरण में जुर्माना लगाया जाता है. इसे लेकर विभाग समय-समय पर होटल सहित अन्य विभागों का औचक निरीक्षण करता रहता है.
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होटल संचालक को कारण बताओ नोटिस
प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी ने बताया कि होटल संचालकों को होटल खोलने से पहले ही बतौर गाइडलाइन प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी की जाती है. होटल संचालक को अपना एक सेप्टिक टैंक बनाना होता है. इसमें ही सारा वेस्ट डालना होता है, लेकिन बिलासपुर शहर का सबसे नामी व सरकारी होटल लेक व्यू कैफे इन नियमों का पालन नहीं कर रहा था.
शुरुआती कार्रवाई में होटल संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. अगर इसमें सुधार नहीं लाते हैं, तो फिर उक्त संचालक के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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