घुमारवीं/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं में भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है. दरअसल, घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी कोटलु ब्राह्मण पंचायत पहुंचे. जहां उन्होंने लैंडस्लाइड से हुए नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारी बरसात से सार्वजनिक संपत्ति, सड़कों, घरों, डंगों को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास मरम्मत और राहत कार्यों के लिए सक्रिय और गंभीर रूप से कार्य कर रही है.
दरअसल, राजेश धर्माणी ने कहा कि प्लासला पंचायत के दस परिवारों को स्कूल में ठहराया गया है. उन्होंने कहा कि आगामी समय में भूगर्भिक मानचित्रो का उपयोग करके बाढ़, भूकंप और भूस्खलन जैसे संभावित क्षेत्र की पहचान के बाद ही हिमाचल में निर्माण कार्य आरंभ करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और सरकार सभी प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी. राजेश धर्माणी ने कहां कि नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए हैं और राज्य सरकार प्रभावितों की सहायता के लिए उनके साथ दृढ़ता से खड़ी है.
'50 सालों में इस बार सबसे ज्यादा बादल फटने की घटनाएं': राजेश धर्माणी ने कहा कि हादसे में बहुमूल्य जान जाने की पैसे से भरपाई नहीं की जा सकती है, लेकिन राज्य सरकारप्रभावितों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि प्रभावितों को घर बनाने के लिए राज्य सरकार समुचित आर्थिक मदद प्रदान करेगी. उन्होंने कहा कि 50 वर्षों में इस बार सबसे ज्यादा बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं. धर्माणी ने कहा कि इसका वैज्ञानिक कारण जानना जरूरी है ताकि सरकार उस पर उचित कार्यवाही कर जानमाल के नुक्सान को भविष्य में कम कर सके. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस आपदा की घड़ी में सभी विभाग जिसमें राजस्व विभाग पीडब्ल्यूडी ,आईपीएच, बिजली विभाग ,एचआरटीसी ,स्वास्थ्य विभाग आदि सभी कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान को जोखिम में डालकर रात दिन प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
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