बिलासपुर: जिला बिलासपुर में सोमवार को एचआरटीसी की व्यवस्थाओं की पोल उस समय खूल गई, जब एक बस रूट पर एचआरटीसी बस की प्रेशर पाइप फट गया. वहीं, दूसरे रूट पर क्षमता से अधिक सवारियों से भरी बस चढ़ाई पर पीछे हटने लगी. गनीमत यह रही कि इन दोनों ही मामलों में बस चालकों की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया.
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार मलोथी-बिलासपुर वाया घागस बस 7:15 पर मलोथी से रवाना हुई और जब बस जुखाला के पास पहुंची, तो चढ़ाई पर अचानक पीछे को हटने लगी. हादले के दौरान बस में क्षमता से अधिक लोग सवार थे. बस चालक ने काफी मशक्त के बाद बस को कंट्रोल किया और बस से आधी सवारियों को उतारा गया. इस 48 सीटर बस में करीब 100 सवारियां सफर कर रही थी.
बस में सवार लोगों ने बताया कि यदि कुछ पल की देरी हो जाती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था. कोरोना के दौरान मलोखर-बिलासपुर वाया ब्रह्मपुखर एचआरटीसी बस रूट बंद कर दिया गया था. जिसके कारण दिक्कत पेश आ रही है. लोगों ने मांग की है कि मलोखर-बिलासपुर वाया ब्रह्मपुखर बस रूट को दोबारा शुरू किया जाए.
उधर, ब्रह्मपुखर-बिलासपुर वाया बंदला रूट की जो एचआरटीसी बस ब्रह्मपुखर से चलती है, उस बस की दनोह के पास प्रेशर पाइप अचानक फट गया.इस बस में करीब 90 लोग सवार थे, जबकि बस की क्षमता 47 है. यहां भी बड़ा हादसा हो सकता था.
बता दें कि इस सड़क मार्ग पर पहले भी एक बड़ा हादसा हो चुका है, जिसमें कई लोग मर गए थे. वहीं कुछ दिन पहले भी इस मार्ग पर बस चालक की सूझबूझ से हादसा होने से टला था. हैरानी की बात है कि निगम इन हादसों से भी सबक लेने के बजाए इस रूट पर खराब बसों को भेज रहा है. उधर, इस बारे में आरएम बिलासपुर केएल यादव का कहना है कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. लेकिन, यदि ऐसा है तो इस पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी. इन रूटों पर जल्द नई बसों को भेजने की व्यवस्था होगी.
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