बिलासपुरः त्युंन सरयून किसान एवं श्रमिक कल्याण सभा ने मांग की है कि इस क्षेत्र को शीघ्र से उप तहसील का दर्जा दिया जाए. आज को क्षेत्र के युवा नेता आशीष ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि अगर इस क्षेत्र को उप तहसील का दर्जा नहीं दिया गया तो क्षेत्र की जनता आमरण अनशन से भी गुरेज नहीं करेगी. बैठक में मुख्य रूप से हरलोग पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान नरोत्तम दत्त मौजूद रहे और क्षेत्र की समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा हुई.
आशीष ठाकुर ने बताया कि 1988 से लेकर आज तक क्षेत्र के लोग हरलोग को उपतहसील का दर्जा दिलवाने के लिए संघर्ष कर रहे है, सरकारें आई और गई पर किसी भी सरकार ने क्षेत्र की इस समस्या के ऊपर ध्यान नहीं दिया.
ठाकुर ने बताया कि आज भी धार के लोगों को तहसील के छोटे से छोटे कार्य करवाने के लिए लगभग 30 से 35 किलोमीटर दूर घुमारवीं का रुख करना पड़ता है, जिसकी वजह से लोगों को भारी भरकम परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पिछले वर्ष मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर किया था बड़ा आंदोलन
आशीष ठाकुर ने बताया कि धार का केंद्र बिंदु हरलोग पड़ता है और जो भी उपतहसील के लिए सरकार की ओर से जारी मापदंड है उन्हें पूरा करते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इस मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन कर चुके है पर सरकार के कानों में आज तक जूं तक नहीं रेंग पाई. उन्होंने कहा कि एक वर्ष पूर्व एक प्रतिनिधिमडल आशीष ठाकुर की अगुवाई में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिल चुका है, उस समय जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर व सदर विधायक सुभाष ठाकुर भी मौजूद थे.
जल्द से जल्द हरलोग को उपतहसील का दर्जा देने की मांग
उस समय के मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब तक जनगणना की प्रकिया समाप्त नहीं होती है तब तक वो पूरे प्रदेश में कहीं भी तहसील, उपतहसील और न ही पटवार वृत खोलेंगे पर मुख्यमंत्री अपनी बात पर आडिग नहीं रहे और एक महीने बाद ही ठियोग उपमंडल के नावर क्षेत्र को उपतहसील का दर्जा दे दिया. आशीष ठाकुर ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द हरलोग को उपतहसील का दर्जा दिया जाए.
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