बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयना देवी में आयोजित होने वाले चैत्र नवरात्रों के दौरान मंदिर में कड़ाह प्रसाद नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं पूजा-पाठ, हवन और यज्ञ करने की भी मनाही रहेगी, जबकि नवरात्रि मेला के दौरान श्रद्धालुओं कि सुविधा के लिए पैकिंग फूड की व्यवस्था की जाएगी. यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी.
उपायुक्त ने किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयना देवी में नवरात्रों के दृष्टिगत उपायुक्त बिलासपुर ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. कोरोना के समय हो रहे इस नवरात्रि मेला में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा. इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं.
सुनिश्चित होगा एसओपी का पालन
उपायुक्त बिलासपुर ने कहा कि चैत्र नवरात्रि के दौरान सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेला के दौरान भीड़ इकट्ठी नहीं होने दी जाएगी. श्रद्धालुओं से उन्होंने अपील की है कि श्रद्धालु भी कोरोना महामारी के इस दौर में नियमों का पालन करें.
श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान
उपायुक्त बिलासपुर ने कहा कि नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पीने के पानी, स्ट्रीट लाइट व सुलभ शौचालय की उचित व्यवस्था की गई है. मंदिर न्यास का उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को माता जी के दर्शनों में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. श्रद्धालु आराम से माता जी के दर्शन कर अपने घरों को लौटे.
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