बिलासपुर : जिला में बुधवार पहली अप्रैल से स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर कोरोना वायरस के संदिग्ध व्यक्ति की पहचान करेंगी. डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रैसवार्ता में बताया कि जिला में 7 अप्रैल तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर ऐसे लोगों का पता लगाएगी.
डीसी ने बताया कि अभी तक जिला में कोरोना का कोई भी मामला पॉजिटिव नहीं पाया गया है. उन्होंने बताया कि जिला में 139 लोग विदेशों से आए हैं तथा इन सभी को होम क्वारंटाइन में रखा गया है. इनमें 27 लोग 28 दिन का क्वारंटाइन का समय पूरा कर चुके हैं जबकि 112 अभी तक होम क्वारंटाइन पर हैं.
439 लोग आश्रय स्थलों में क्वारंटाइन पर
डीसी बिलासपुर ने बताया कि जिला में राहगीरों को क्वारंटाइन करने के लिए 11 जगह आश्रय स्थल बनाए गए हैं तथा इन आश्रय स्थलों पर 439 लोगों को 114 दिनों के लिए क्वारंटाइन पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि इन लोगों के लिए जिला रैडक्रास सोसायटी व अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से तीन वक्त का खाना दिया जा रहा है तथा इन्हें चिकित्सा परीक्षण की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है.
12266 को मुहैया करवाया गया भोजन
डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने बताया कि जिला में अभी तक 12 हजार 266 लोगों को जिला रैडक्रास सोसायटी के माध्यम से पका हुआ भोजन उपलब्ध करवाया गया है तथा 6162 प्रवासी मजदूरों को राशन वितरित किया गया है. उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन एम्स में 15 सौ प्रवासी मजूदर कार्यरत हैं. जिन्हें एम्स का निर्माण कर रही कंपनी व संबंधित ठेकेदारों द्वारा भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है. उन्होंने जिला के लोगों से लॉक डाऊन के दौरान जरूरी सामान खरीदने के लिए दी गई छूट के समय सामाजिक दूरी बनाए रखने का आह्वान किया है तथा लोगों से बिना वजह घरों से बाहर न निकलने की अपील भी की है.
वहीं उन्होंने कहा कि कोई भी प्रवासी आवश्यकता के अनुसार की राशन ले तथा बार-बार राशन लेने का प्रयास न करे. यदि कोई बार-बार राशन लेने के आरोप में पकड़ा गया तो जिला प्रशासन संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कार्रवाई करने पर विवश होगा.