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गलत निकला दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला होने के दावा, 130 नहीं ये है सही उम्र - himachal News

घुमारवीं उपमंडल के पपलाह पंचायत में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला मंशा देवी की उम्र को लेकर उपजा विवाद सुलझ गया है. रविवार को प्रशासन ने महिला के जन्म से जुड़े दस्तावेजों की जांच की, जिसमें पाया गया कि महिला का आयु 130 वर्ष नहीं बल्कि 103 साल है.

oldest woman in ghumarwin
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Published : Jan 24, 2021, 9:09 PM IST

बिलासपुर: जिले के घुमारवीं उपमंडल के पपलाह पंचायत में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला मंशा देवी की उम्र को लेकर उपजा विवाद सुलझ गया है. रविवार को प्रशासन ने महिला के जन्म से जुड़े दस्तावेजों की जांच की, जिसमें पाया गया कि महिला का आयु 130 वर्ष नहीं बल्कि 103 साल है.

प्रशासन के मुताबिक क्लेरिकल मिस्टेक के चलते आधार कार्ड में जन्म की आयु गलत दर्ज की गई थी. प्रशासन ने महिला के परिवार से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की जिसके अनुसार भी महिला की उम्र 103 साल ही बनती है. एसडीएम घुमारवीं शशि पाल शर्मा ने मामले की पुष्टि की है.

एसडीएम घुमारवीं ने दी पूरी जानकारी

एसडीएम शशि पाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त ने महिला के दस्तावेज जांच के आदेश दिए थे. जिस पर उन्होंने बुजुर्ग महिला के दस्तावेजों की जांच की. जांच में पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला का जन्म वर्ष 1917 है, इसके मुताबिक महिला की उम्र 103 बनी.

उन्होंने बताया कि मामले को दो पहलुओं से देखा गया. एक परिवार रजिस्टर और दूसरा बच्चों की आयु. उन्होंने कहा कि 1890 के हिसाब से देखा जाए तो महिला के छोटे बेटे का जन्म महिला की 60 साल की उम्र में हुआ है. उन्होंने बताया कि महिला के परिजन भी उनकी आयु को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सके.

आधार कार्ड के मुताबिक महिला की उम्र 130 साल

इस महिला को दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला होने का दावा किया गया था. आधार कार्ड में इस बुजुर्ग महिला की उम्र 130 साल है और जन्म 1890 में हुआ है. इसका पता तब चला जब महिला पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं.

फिर प्रशासन तक यह मामला पहुंचा और उपायुक्त बिलासपुर ने मामले की छानबीन के लिए एसडीएम घुमारवीं को जिम्मा सौंपा. रविवार को एसडीम घुमारवीं ने मामले की छानबीन की, जिसमें पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला की जन्म तिथि वर्ष 1917 दर्ज है. इसके अनुसार महिला 103 वर्ष की है.

एसडीएम ने बताया कि क्लेरिकल मिस्टेक के कारण महिला के आधार कार्ड पर जन्म वर्ष गलत दर्ज हुआ है. पूरे तथ्यों को जोड़ कर और परिवार रजिस्टर के अनुसार महिला की जन्म तिथि 1917 में बनती है. बुजुर्ग महिला के बच्चों के प्रमाणपत्रों की भी जांच की गई, जिसके मुताबिक भी महिला की आयु 1917 के अनुसार 103 साल ही बनती है.

ये भी पढ़ेंः स्वर्ण जयंती समारोह में नहीं आएंगे अमित शाह, CM बोले- जेपी नड्डा और अनुराग ठाकुर होंगे शामिल

बिलासपुर: जिले के घुमारवीं उपमंडल के पपलाह पंचायत में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला मंशा देवी की उम्र को लेकर उपजा विवाद सुलझ गया है. रविवार को प्रशासन ने महिला के जन्म से जुड़े दस्तावेजों की जांच की, जिसमें पाया गया कि महिला का आयु 130 वर्ष नहीं बल्कि 103 साल है.

प्रशासन के मुताबिक क्लेरिकल मिस्टेक के चलते आधार कार्ड में जन्म की आयु गलत दर्ज की गई थी. प्रशासन ने महिला के परिवार से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की जिसके अनुसार भी महिला की उम्र 103 साल ही बनती है. एसडीएम घुमारवीं शशि पाल शर्मा ने मामले की पुष्टि की है.

एसडीएम घुमारवीं ने दी पूरी जानकारी

एसडीएम शशि पाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त ने महिला के दस्तावेज जांच के आदेश दिए थे. जिस पर उन्होंने बुजुर्ग महिला के दस्तावेजों की जांच की. जांच में पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला का जन्म वर्ष 1917 है, इसके मुताबिक महिला की उम्र 103 बनी.

उन्होंने बताया कि मामले को दो पहलुओं से देखा गया. एक परिवार रजिस्टर और दूसरा बच्चों की आयु. उन्होंने कहा कि 1890 के हिसाब से देखा जाए तो महिला के छोटे बेटे का जन्म महिला की 60 साल की उम्र में हुआ है. उन्होंने बताया कि महिला के परिजन भी उनकी आयु को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सके.

आधार कार्ड के मुताबिक महिला की उम्र 130 साल

इस महिला को दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला होने का दावा किया गया था. आधार कार्ड में इस बुजुर्ग महिला की उम्र 130 साल है और जन्म 1890 में हुआ है. इसका पता तब चला जब महिला पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं.

फिर प्रशासन तक यह मामला पहुंचा और उपायुक्त बिलासपुर ने मामले की छानबीन के लिए एसडीएम घुमारवीं को जिम्मा सौंपा. रविवार को एसडीम घुमारवीं ने मामले की छानबीन की, जिसमें पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला की जन्म तिथि वर्ष 1917 दर्ज है. इसके अनुसार महिला 103 वर्ष की है.

एसडीएम ने बताया कि क्लेरिकल मिस्टेक के कारण महिला के आधार कार्ड पर जन्म वर्ष गलत दर्ज हुआ है. पूरे तथ्यों को जोड़ कर और परिवार रजिस्टर के अनुसार महिला की जन्म तिथि 1917 में बनती है. बुजुर्ग महिला के बच्चों के प्रमाणपत्रों की भी जांच की गई, जिसके मुताबिक भी महिला की आयु 1917 के अनुसार 103 साल ही बनती है.

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