बिलासपुर: बरसाती नुकसान का जायजा लेने के लिए बिलासपुर पहुंची केंद्रीय मंत्रालय की टीम ने जिलाधीश रोहित जम्वाल और कृषि, जलशक्ति, बागबानी और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ स्पॉट विजिट किया. इस साल जिला में विभिन्न विभागों को 49 करोड़ रुपए के नुकसान का आकंलन किया गया है, जिसकी रिपोर्ट राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र को भेजी गई है.
यह टीम नुकसान की रिपोर्ट का आकंलन करेगी और स्पॉट विजिट की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र से रिलीफ फंड की अलॉटमेंट होगी. जानकारी के मुताबिक बरसात में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र मंत्रालय की दो टीमें हिमाचल प्रदेश आई हैं.
प्रत्येक टीम में तीन मेंबर शामिल हैं
एक टीम सोलन, शिमला व सिरमौर और दूसरी टीम बिलासपुर, हमीरपुर व ऊना जिलों के दौरे पर है. प्रत्येक टीम में तीन मेंबर शामिल हैं, जिनमें केंद्र के ज्वाइंट डायरेक्टर व अन्य आलाधिकारी शुमार हैं. ऊना और हमीरपुर के बाद केंद्रीय मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम बिलासपुर जिला के दौरे पर पहुंची.
टीम के विजिट के लिए प्रशासन की ओर से बाकायदा स्पॉट चिन्हित किए गए थे, जहां टीम ने स्थिति का जायजा लिया. टीम ने घुमारवीं में सीवरेज प्लांट को बड़े स्तर पर हुए नुकसान का जायजा लिया और जिला के अन्य स्थानों पर भी स्पॉट इंस्पेक्शन की. जिला के विजिट के बाद देर शाम टीम शिमला के लिए रवाना हो गई.
जिला में हुआ है 49 करोड़ रुपए का नुकसान
जिलाधीश रोहित जम्वाल ने बताया कि बिलासपुर जिला को इस साल 49 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. जिसकी रिपोर्ट रिलीफ फंड के लिए राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है.
जिला में जलशक्ति विभाग को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है और यह नुकसान 22 करोड़ रुपए हैं, जबकि पीडब्लयूडी को 18 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है. वहीं, कृषि विभाग को चार करोड़ और बागबानी विभाग को 1.50 करोड़ रुपए के नुकसान का आकंलन किया गया है.