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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा की कर्मभूमि में चुनाव लड़ना मेरा सौभाग्य: त्रिलोक जम्वाल

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Published : Nov 3, 2022, 1:18 PM IST

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की कर्मभूमि से चुनाव लड़ने का मौका मिलना, मेरे लिए एक सौभाग्य की बात है. चहुंमुखी विकास के दम पर बिलासपुर ने पूरे देश में अलग पहचान बनाई है. इसका मुख्य श्रेय जेपी नड्डा को जाता है. मैं इनकी बराबरी तो नहीं कर सकता, लेकिन उनके बताए मार्ग पर चलने का पूरा प्रयास करूंगा. ये बात बिलासपुर सदर से भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक जमवाल ने (BJP Candidate from Bilaspur sadar) बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही.

त्रिलोक जम्वाल
त्रिलोक जम्वाल

बिलासपुर: पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की कर्मभूमि से चुनाव लड़ने का मौका मिलना, मेरे लिए एक सौभाग्य की बात है. चहुंमुखी विकास के दम पर बिलासपुर ने पूरे देश में अलग पहचान बनाई है. इसका मुख्य श्रेय जेपी नड्डा को जाता है. मैं इनकी बराबरी तो नहीं कर सकता, लेकिन उनके बताए मार्ग पर चलने का पूरा प्रयास करूंगा. ये बात बिलासपुर सदर से भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक जमवाल ने (BJP Candidate from Bilaspur sadar) बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही.

त्रिलोक जमवाल ने कहा कि जेपी नड्डा भाजपा संगठन के लिए पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं. 1993 में जब जेपी नड्डा ने पहली बार बिलासपुर सदर से चुनाव लड़ा था, तब लोग नारा लगाते थे, करेगा बिलासपुर का विकास, आपका अपना जगत प्रकाश. उस समय वह अथवा उन जैसे युवा इस नारे के सही अर्थ का अंदाजा नहीं लगा पाते थे. अब एम्स, हाइड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज, फोरलेन, रेलवे प्रोजेक्ट तथा गोविंद सागर में जलमग्न मंदिरों की पुनर्स्थापना के लिए मंजूर प्रोजेक्ट से यह बात सही ढंग से समझ में आई है कि 1993 के उस नारे का अर्थ क्या था. (Trilok Jamwal on JP Nadda).

उन्होंने कहा कि यह सभी प्रोजेक्ट नड्डा के प्रयासों से ही धरातल पर मूर्त रूप ले पाए हैं. जमवाल ने कहा कि संगठन का काम करने के साथ ही उन्होंने चुनाव प्रबंधन का भी काफी काम किया है. पिछले 5 वर्षों में उन्हें मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार के तौर पर जनता की सेवा करने का मौका मिला. वहीं, खुद चुनाव लड़ने का उनके लिए यह पहला मौका है. इसके लिए वह विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों का आशीर्वाद मांग रहे हैं. पहले उनके पास प्रदेश की जिम्मेदारी थी, लेकिन अब वह साल के 365 दिन 24 घंटे बिलासपुर सदर की जनता के बीच ही रहेंगे.

वहीं, नशा माफिया को आड़े हाथों लेते हुए त्रिलोक जमवाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से बिलासपुर में चिट्टे के रूप में एक दीमक लगी है. इस बीमारी को कौन लाया, यह किसके संरक्षण में फली-फूली तथा किन नेताओं की गाड़ी में नशा पकड़ा गयाए इस बात को सभी लोग जानते हैं. उन्होंने लोगों से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि 12 नवंबर के बाद चिट्टे वालों का इलाज करना उनकी जिम्मेदारी रहेगी. नशे के कारोबारियों को छोड़ा नहीं जाएगा. (Himachal election 2022).

भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल.
भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल.

कभी पानी के लिए तरसता था कोटधार, अब दूसरों की बुझाएगा प्यास: वहीं, झंडूता से विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल (BJP Candidate from Jhanduta seat) बुधवार को झंडूता में कई चुनावी सभाएं की. इस दौरान कोटधार में उन्होंने कहा कि कभी पानी के लिए तरसने वाला पिछड़ा क्षेत्र कोटधार अब दूसरे क्षेत्रों की प्यास भी बुझाएगा. अगले कई वर्षों को ध्यान में रखते हुए करोड़ों रुपये की लागत की पेयजल योजना से जहां कोटधार क्षेत्र की सभी 14 पंचायतों की पानी की जरूरत पूरी होगी. वहीं आसपास की कई अन्य पंचायतों तक भी इस योजना का पानी पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में झंडूता विधानसभा क्षेत्र के विकास की दृष्टि से काफी काम हुआ है. कुछ काम चल रहे हैं, जबकि कुछ किए जाने बाकी हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा पर मुकेश ने ली चुटकी, कहा: चुनावों के बाद हिमाचल में चलेगा मित्रां दा ना

बिलासपुर: पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की कर्मभूमि से चुनाव लड़ने का मौका मिलना, मेरे लिए एक सौभाग्य की बात है. चहुंमुखी विकास के दम पर बिलासपुर ने पूरे देश में अलग पहचान बनाई है. इसका मुख्य श्रेय जेपी नड्डा को जाता है. मैं इनकी बराबरी तो नहीं कर सकता, लेकिन उनके बताए मार्ग पर चलने का पूरा प्रयास करूंगा. ये बात बिलासपुर सदर से भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक जमवाल ने (BJP Candidate from Bilaspur sadar) बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही.

त्रिलोक जमवाल ने कहा कि जेपी नड्डा भाजपा संगठन के लिए पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं. 1993 में जब जेपी नड्डा ने पहली बार बिलासपुर सदर से चुनाव लड़ा था, तब लोग नारा लगाते थे, करेगा बिलासपुर का विकास, आपका अपना जगत प्रकाश. उस समय वह अथवा उन जैसे युवा इस नारे के सही अर्थ का अंदाजा नहीं लगा पाते थे. अब एम्स, हाइड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज, फोरलेन, रेलवे प्रोजेक्ट तथा गोविंद सागर में जलमग्न मंदिरों की पुनर्स्थापना के लिए मंजूर प्रोजेक्ट से यह बात सही ढंग से समझ में आई है कि 1993 के उस नारे का अर्थ क्या था. (Trilok Jamwal on JP Nadda).

उन्होंने कहा कि यह सभी प्रोजेक्ट नड्डा के प्रयासों से ही धरातल पर मूर्त रूप ले पाए हैं. जमवाल ने कहा कि संगठन का काम करने के साथ ही उन्होंने चुनाव प्रबंधन का भी काफी काम किया है. पिछले 5 वर्षों में उन्हें मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार के तौर पर जनता की सेवा करने का मौका मिला. वहीं, खुद चुनाव लड़ने का उनके लिए यह पहला मौका है. इसके लिए वह विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों का आशीर्वाद मांग रहे हैं. पहले उनके पास प्रदेश की जिम्मेदारी थी, लेकिन अब वह साल के 365 दिन 24 घंटे बिलासपुर सदर की जनता के बीच ही रहेंगे.

वहीं, नशा माफिया को आड़े हाथों लेते हुए त्रिलोक जमवाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से बिलासपुर में चिट्टे के रूप में एक दीमक लगी है. इस बीमारी को कौन लाया, यह किसके संरक्षण में फली-फूली तथा किन नेताओं की गाड़ी में नशा पकड़ा गयाए इस बात को सभी लोग जानते हैं. उन्होंने लोगों से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि 12 नवंबर के बाद चिट्टे वालों का इलाज करना उनकी जिम्मेदारी रहेगी. नशे के कारोबारियों को छोड़ा नहीं जाएगा. (Himachal election 2022).

भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल.
भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल.

कभी पानी के लिए तरसता था कोटधार, अब दूसरों की बुझाएगा प्यास: वहीं, झंडूता से विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी जीतराम कटवाल (BJP Candidate from Jhanduta seat) बुधवार को झंडूता में कई चुनावी सभाएं की. इस दौरान कोटधार में उन्होंने कहा कि कभी पानी के लिए तरसने वाला पिछड़ा क्षेत्र कोटधार अब दूसरे क्षेत्रों की प्यास भी बुझाएगा. अगले कई वर्षों को ध्यान में रखते हुए करोड़ों रुपये की लागत की पेयजल योजना से जहां कोटधार क्षेत्र की सभी 14 पंचायतों की पानी की जरूरत पूरी होगी. वहीं आसपास की कई अन्य पंचायतों तक भी इस योजना का पानी पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में झंडूता विधानसभा क्षेत्र के विकास की दृष्टि से काफी काम हुआ है. कुछ काम चल रहे हैं, जबकि कुछ किए जाने बाकी हैं.

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