बिलासपुर: गर्मियों के सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं. विभाग ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जो जिला के विभिन्न स्थानों पर जाकर बावड़ियों से सैंपल भरेगी.
बीते साल दूषित पानी के सेवन से लोग डायरिया की चपेट में आए थे. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंदर सिंह का कहना है कि बिलासपुर में कोई भी बीमारी विकराल रूप धारण ना करे इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
बिलासपुर में साल 2019 में दो हजार से ज्यादा मामले डेंगू के सामने आए थे. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी पानी की सप्लाई दूषित आ रही है तो इसकी सूचना तुरंत प्रभाव से विभाग को दी जाए.
पानी के सैंपल जांच के लिए कंडाघाट लैब में भेजे जाएंगे. रिपोर्ट आने के बाद ही पानी की गुणवत्ता के बारे में बताया जा सकता है. वहीं, अगर पानी की गुणवत्ता सही नहीं पाई जाती है तो विभाग उस क्षेत्र के पानी के स्त्रोत को बंद करेगा, जिससे लोग बीमार नहीं हो.