बिलसापुर: जिले के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया है. पशुपालकों ने पशुपालन विभाग पर अच्छी नस्ल के पशु नहीं लाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में बकरी पालन योजना में लाभार्थियों द्वारा अपना 40 फीसदी धनराशि लगाने के बाद भी उन्हें अच्छी नस्ल की बकरी व बकरा नहीं मिले हैं. पशु निरीक्षण संस्थान में पशुपालकों को कुल 58 बकरी व बकरे दिए जा रहे हैं, जिनमें 46 छोटी बकरियां और 12 छोटे बकरे शामिल हैं.
पशुपालकों का आरोप है कि पशुपालन विभाग द्वारा अच्छी नस्ल के बकरी व बकरे नहीं लाए गए हैं. जिस कारण कई पशु पालक बिना पशु लिए खाली हाथ घर वापस लौट रहे हैं. ये सभी पशुपालक खाली गरीबी रेखा से सम्बंध रखते हैं. पशुपालकों का कहना है कि गरीबों को ठगा जा रहा है. प्रदेश सरकार को पशुपालन विभाग के खिलाफ जांच बिठानी चाहिए.
पशुपालक धर्म सिंह निवासी स्वाहण ने बताया कि उन्होंने करीब 22 हजार की राशि बकरी पालन योजना में लगाई थी ताकि उन्हें पशुपालन विभाग से अच्छी नस्ल के पशु मिल सकें. उन्होंने कहा कि उन्हें दस बकरियां और एक बकरा मिलना था, लेकिन अच्छी नसल न होने के चलते वे बिना पशु लिए ही लौट रहे हैं.
वहीं, रीह निवासी पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी 11 हजार की धनराशि उक्त योजना में पशु लेने के लिए लगाई थी. इसके अलावा अन्य पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी उक्त योजना में 23 हजार की रकम महकमे के पास एडवांस जमा करवाई थी.
पशुपालकों का कहना है कि जब तक पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को अच्छी नस्ल के पशु नहीं दिए जाएंगे तब तक अच्छी नस्ल कैसे तैयार हो पाएगी.