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अच्छी नस्ल के पशु न मिलने पर नाखुश पशुपालक, पशुपालन विभाग पर जड़े आरोप

स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों ने पशुपालन विभाग पर आरोप लगाया है. पशुपालकों का कहना है कि गरीबों को ठगा जा रहा है. प्रदेश सरकार को पशुपालन विभाग के खिलाफ जांच बिठानी चाहिए.

पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में लाए गए पशु
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Published : May 13, 2019, 6:29 PM IST

Updated : May 13, 2019, 7:10 PM IST

बिलसापुर: जिले के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया है. पशुपालकों ने पशुपालन विभाग पर अच्छी नस्ल के पशु नहीं लाने का आरोप लगाया है.

allegations on animal husbandry department swarghat
पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में लाए गए पशु

बता दें कि उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में बकरी पालन योजना में लाभार्थियों द्वारा अपना 40 फीसदी धनराशि लगाने के बाद भी उन्हें अच्छी नस्ल की बकरी व बकरा नहीं मिले हैं. पशु निरीक्षण संस्थान में पशुपालकों को कुल 58 बकरी व बकरे दिए जा रहे हैं, जिनमें 46 छोटी बकरियां और 12 छोटे बकरे शामिल हैं.

पशुपालकों का आरोप है कि पशुपालन विभाग द्वारा अच्छी नस्ल के बकरी व बकरे नहीं लाए गए हैं. जिस कारण कई पशु पालक बिना पशु लिए खाली हाथ घर वापस लौट रहे हैं. ये सभी पशुपालक खाली गरीबी रेखा से सम्बंध रखते हैं. पशुपालकों का कहना है कि गरीबों को ठगा जा रहा है. प्रदेश सरकार को पशुपालन विभाग के खिलाफ जांच बिठानी चाहिए.

पशुपालक धर्म सिंह निवासी स्वाहण ने बताया कि उन्होंने करीब 22 हजार की राशि बकरी पालन योजना में लगाई थी ताकि उन्हें पशुपालन विभाग से अच्छी नस्ल के पशु मिल सकें. उन्होंने कहा कि उन्हें दस बकरियां और एक बकरा मिलना था, लेकिन अच्छी नसल न होने के चलते वे बिना पशु लिए ही लौट रहे हैं.

जानकारी देते पशुपालक और फार्मासिस्ट स्वारघाट

वहीं, रीह निवासी पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी 11 हजार की धनराशि उक्त योजना में पशु लेने के लिए लगाई थी. इसके अलावा अन्य पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी उक्त योजना में 23 हजार की रकम महकमे के पास एडवांस जमा करवाई थी.

पशुपालकों का कहना है कि जब तक पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को अच्छी नस्ल के पशु नहीं दिए जाएंगे तब तक अच्छी नस्ल कैसे तैयार हो पाएगी.

बिलसापुर: जिले के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया है. पशुपालकों ने पशुपालन विभाग पर अच्छी नस्ल के पशु नहीं लाने का आरोप लगाया है.

allegations on animal husbandry department swarghat
पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में लाए गए पशु

बता दें कि उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में बकरी पालन योजना में लाभार्थियों द्वारा अपना 40 फीसदी धनराशि लगाने के बाद भी उन्हें अच्छी नस्ल की बकरी व बकरा नहीं मिले हैं. पशु निरीक्षण संस्थान में पशुपालकों को कुल 58 बकरी व बकरे दिए जा रहे हैं, जिनमें 46 छोटी बकरियां और 12 छोटे बकरे शामिल हैं.

पशुपालकों का आरोप है कि पशुपालन विभाग द्वारा अच्छी नस्ल के बकरी व बकरे नहीं लाए गए हैं. जिस कारण कई पशु पालक बिना पशु लिए खाली हाथ घर वापस लौट रहे हैं. ये सभी पशुपालक खाली गरीबी रेखा से सम्बंध रखते हैं. पशुपालकों का कहना है कि गरीबों को ठगा जा रहा है. प्रदेश सरकार को पशुपालन विभाग के खिलाफ जांच बिठानी चाहिए.

पशुपालक धर्म सिंह निवासी स्वाहण ने बताया कि उन्होंने करीब 22 हजार की राशि बकरी पालन योजना में लगाई थी ताकि उन्हें पशुपालन विभाग से अच्छी नस्ल के पशु मिल सकें. उन्होंने कहा कि उन्हें दस बकरियां और एक बकरा मिलना था, लेकिन अच्छी नसल न होने के चलते वे बिना पशु लिए ही लौट रहे हैं.

जानकारी देते पशुपालक और फार्मासिस्ट स्वारघाट

वहीं, रीह निवासी पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी 11 हजार की धनराशि उक्त योजना में पशु लेने के लिए लगाई थी. इसके अलावा अन्य पशुपालक ने बताया कि उन्होंने भी उक्त योजना में 23 हजार की रकम महकमे के पास एडवांस जमा करवाई थी.

पशुपालकों का कहना है कि जब तक पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को अच्छी नस्ल के पशु नहीं दिए जाएंगे तब तक अच्छी नस्ल कैसे तैयार हो पाएगी.

Intro:जिला बिलासपुर के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों में प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ रोष व्याप्त है। बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल की पशु नहीं देने पर पशुपालकों में रोष। कई पशुपालक खाली हाथ वापिस घर लौटे।Body:Bure vishulConclusion:जिला बिलासपुर के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों में प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ रोष व्याप्त है। बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल की पशु नहीं देने पर पशुपालकों में रोष। कई पशुपालक खाली हाथ वापिस घर लौटे।
व्/ओ
जिला बिलासपुर के स्वारघाट पशु पालन महकमे द्वारा बकरी पालन योजना के अंतर्गत अच्छी नस्ल के पशु नहीं देने पर पशुपालकों में प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ रोष व्याप्त है।
काबिलेगौर है कि जिला बिलासपुर के उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट में बकरी पालन योजना में लाभार्थियों द्वारा अपना 40 फ़ीसदी धनराशि लगाने के बाद भी उन्हें अच्छी नस्ल की बकरी व बकरा नहीं मिले हैं।
पशु निरीक्षण संस्थान में पशुपालकों को 46 छोटी बकरियां व 12 छोटे बकरे वितरित किये गये जा रहे हैं। कुल 58 बकरी व बकरे पशु निरीक्षण संस्थान स्वारघाट के तहत आने वाले जनता के लिये प्रदान किये जा रहे हैं। कुछ पशुपालकों का आरोप है कि पशुपालन विभाग द्वारा अच्छी नस्ल के बकरी व बकरे नहीं लाये गये हैं। जिस कारण कई पशु पालक बिना पशु लिये खाली हाथ अपने घर वापिस लौट गये हैं।
बिना पशु लिए खाली हाथ घर लौटे पशुपालकों में रीह निवासी गौरव, रामलाल, व धर्म सिंह स्वाहण से सम्बन्ध रखते हैं। ये सभी पशुपालक खाली गरीबी रेखा से सम्बंध रखते हैं।
धर्म सिंह निवासी स्वाहण ने करीब 22 हज़ार की राशि बकरी पालन योजना में लगाई थी। ताकि उसे पशुपालन विभाग से अच्छी नस्ल के पशु मिल सकें। इसने 10 बकरी व एक बकरा लेना था। लेकिन धर्म सिंह ने कहा कि गरीबों को ठगा जा रहा है। सरकार को पशुपालन विभाग के ख़िलाफ़ जांच बिठाई जानी चाहिये।
रामलाल रीह निवासी ने भी 11 हज़ार की धनराशि उक्त योजना में पशु लेने के लिये लगाई थी। लेकिन उसने भी अच्छी किस्म में सवाल उठाए हैं।
रीह निवासी गौरव ने भी उक्त योजना में 23 हज़ार की रकम महकमे के पास एडवांस जमा करवाई थी। लेकिन इन्होंने भी पशु लेने से इनकार कर दिया है। इनका कहना है कि जब पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को अच्छी नस्ल के पशु ही नहीं दिये जा रहे हैं तो अच्छी नस्ल कैसे तैयार हो पायेगी।
Last Updated : May 13, 2019, 7:10 PM IST
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