बिलासपुर: कोठीपुरा में निर्माणाधीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का कार्य अब शीघ्र ही शुरू हो जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग का कार्य पूरा कर लिया है जिसके तहत एम्स में कार्यरत 1100 मजदूरों के सैंपल लिए गए हैं. इसमें कुल 141 मजदूर पॉजिटिव पाए गए हैं.
पॉजिटिव मजदूरों के इलाज के लिए साइट पर ही कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम अगले दो दिन में विजिट के बाद अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित करेगी. जिसके आधार पर एम्स परिसर को कंटेनमेंट जोन से बाहर किया जाएगा और निर्माण कार्य को शुरू करवाया जा सकेगा.
बिलासपुर सीएमओ डॉ. प्रकाश दड़ोच ने बताया कि साइट पर कार्यरत मजदूरों के पॉजिटिव आने के बाद एम्स का कार्य बंद कर दिया गया था और पूरे एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया. इस बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम हर दिन मजदूरों की सैंपलिंग कर रही थी, जिसके तहत हर दिन एम्स में कार्यरत मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही थी.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश चंद दड़ोच ने बताया कि एम्स साइट पर कार्यरत 1100 मजदूरों की सैंपलिंग की गई है जिसके तहत अभी तक 141 मजदूर पॉजिटिव आए हैं. इनमें से कई मजदूर ठीक भी हो चुके हैं. शनिवार सुबह 39 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं जिनमें से 37 एम्स साईट पर क्वारंटाइन किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि घागस के पास बिनौला में नया कोविड केयर सेंटर बनाया गया है और अगले हफते से यह शुरू कर दिया जाएगा. जहां पॉजिटिव आ रहे मरीजों का उपचार होगा. उन्होंने बताया कि यह केयर सेंटर 100 बैड का होगा. इसके साथ ही शाहतलाई में भी कोविड केयर सेंटर बनाने की प्रक्रिया जारी है.
जिले में अब तक 258 पॉजिटिव केस, 139 ठीक व 119 एक्टिव
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार जिला में अभी तक 9400 के करीब सैंपलिंग की जा चुकी है और कुल 258 मामले पॉजिटिव आ चुके हैं. 139 मरीज स्वस्थ हुए हैं और 119 एक्टिव केस हैं. बिलासपुर जिला में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 70 फीसदी से अधिक है. वैसे भी सरकार ने पॉजिटिव आने के बाद मरीज में कोई न लक्षण न होने पर उन्हें होम आईसोलेट करने का निर्णय लिया है.