बिलासपुरः साल 2020 सत्र के खिलाड़ियों के लिए कोरोना ग्रहण बनकर सामने आया है. खिलाड़ी अपने खेल के लिए दिन-रात अभ्यास में जुटे रहे, लेकिन बीते साल में शुरूआती महीने में ही कोरोना की दस्तक हो गई. ऐसे में सभी खिलाड़ियों के अभ्यास बंद हो गए और खेल गतिविधियों पर ग्रहण सा लग गया. ऐसे में खेलों की समयसारिणी भी पूरी तरह से प्रभावित हुई है. कई खेलों के जूनियर से लेकर सीनियर वर्ग तक के नेशनल कैंप आयोजित होने थे, जो खिलाड़ियों को भविष्य तय करता है. परंतु कोविड की वजह से सभी पर ब्रेक लग गया.
नेशनल गेम्स में नहीं ले पाएंगे हिस्सा
बिलासपुर साई होस्टल की बात करें तो यहां पर 25 जूनियर वर्ग के खिलाड़ी नेशनल नहीं खेल सके हैं. वे अब जूनियर वर्ग की आयु सीमा पार कर चुके हैं. हॉस्टल में कबड्डी, हैंडबॉल, एथलेटिक्स के करीब 60 करीब खिलाड़ी दिन-रात पसीना बहा रहे हैं. नेशनल प्रतियोगिता के 2 सर्टिफिकेट हासिल करने के बाद इन्हें स्पोर्ट्स कोटे से पुलिस, आर्मी और अन्य जगहों पर नौकरी मिलती है. साल 2020 में साई हॉस्टल के करीब 25 खिलाड़ी जूनियर वर्ग की आयु सीमा पार कर चुके हैं. इनमें रोहित और साक्षी का जूनियर इंडिया कैंप में कबड्डी के लिए चयन भी हुआ था, लेकिन कोरोना की वजह से कैंप ही नहीं लगा.
क्या कहना है बिलासपुर साई होस्टल के प्रभारी
उधर, बिलासपुर साई हॉस्टल के प्रभारी विजय नेगी ने बताया कि कोरोना की वजह से हॉस्टल के 60 खिलाड़ी खेल गतिविधियों में आगे नहीं बढ़ पाए हैं. कई खिलाड़ी नेशनल खेल के आगे नहीं बढ़ पाए हैं.
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