कीव: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने देश के बाहर सैन्य बल का इस्तेमाल करने का अधिकार मिलने के बाद यूक्रेन ने बुधवार को देशव्यापी आपातकाल की घोषणा कर दी. इस बीच, पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की तथा मॉस्को ने यूक्रेन स्थित अपने दूतावास परिसरों को खाली कर वहां से राजनयिक कर्मियों को निकाल लिया.
यूक्रेन के सांसदों ने देशव्यापी आपातकाल लगाने के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की के आदेश को मंजूरी दे दी जो बृहस्पतिवार से शुरू होकर 30 दिन तक लागू रहेगा.
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की घोषणा (additional restrictions on Russia) की है. कारोबारियों को रूसी साइबर हमले (Russian cyber attacks) के जरिए जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को लेकर आगाह भी किया है. प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने बुधवार को कहा कि लक्षित वित्तीय प्रतिबंध और यात्रा पाबंदी यूक्रेन के प्रति रूसी आक्रामकता के जवाब में पहली कार्रवाई होगी.
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ऑस्ट्रेलिया और रूस ने 2014 से एक-दूसरे पर प्रतिबंध लगाए हैं. यूक्रेन संघर्ष में रूस की भागीदारी के विरोध में ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रतिबंधों की शुरुआत (Australia restrictions against Russia's involvement) की गई थी. मॉरिसन की कैबिनेट में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने प्रतिबंधों और यात्रा बंदिशों को मंजूरी दी जो रूसी सुरक्षा परिषद के आठ सदस्यों को लक्षित करते हैं. ऑस्ट्रेलिया पिछले प्रतिबंधों का विस्तार करने तथा दो रूसी बैंकों को लक्षित करने के अमेरिका और ब्रिटेन की कवायद के साथ भी जुड़ने पर सहमत हुआ है.
पीटीआई-भाषा