ऊना: ऊना जिला के पनोह गांव में लगे तारकोल प्लांट के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत की एनओसी के बिना ही गांव में तारकोल का प्लांट लगा दिया गया. जिससे गांव में प्रदूषण फैल गया है, ग्रामीणों ने बताया कि इतने प्रदूषण में उनका रहना दुश्वार हो गया है. वहीं, खेती-बाड़ी को भी भारी नुकसान हो रहा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायतों के बावजूद भी प्रदूषण विभाग और प्रशासन प्लांट के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रहा है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही उनकी मांग पूरी न हुई तो उन्हें मजबूरन आत्मदाह करना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें: अब प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा हिमाचल, मुकेश अंबानी समेत देश के बड़े उद्यमियों ने दिया निवेश का आश्वासन
ऊना जिला के गांव में स्थापित तारकोल संयंत्र को लेकर ग्रामीण लामबंद हो गए हैं. शुक्रवार को ग्रामीणों ने उद्योग के बाहर पहुंचकर विरोध जताते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप है कि इस संयंत्र से निकलने वाले धुएं का ग्रामीणों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है. प्लांग से निकलने वाली जहरीली गैस स्वास्थ्य से लेकर फसलों को भी नुकसान पहुंचा रही है. आरोप है कि बिना पंचायत की एनओसी के तारकोल का प्लांट लगाया गया है.
प्लांट लगने से ग्रामीणों में रोष
बता दें कि पनोह गांव में करीब 2 माह पहले तारकोल संयंत्र का प्लांट लगाया गया है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने रोष जताया है. ग्रामीणों ने बताया कि संयंत्र के चलने से एक तो काफी शोर होता है और दूसरा संयंत्र से निकलने वाली जहरीली गैस से स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ रहा है. इतना ही नहीं संयंत्र खेतों के समीप लगाया गया है, जिससे ग्रामीणों की फसल भी बर्बाद हो रही है.
ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र CM देवेन्द्र फडणवीस से मिले जयराम, मुंबई में हिमाचल भवन निर्माण के लिए मांगी जगह
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
ग्रामीणों ने बताया कि मामले की शिकायत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित प्रशासनिक अधिकारियों को भी दी गई. लेकिन आज दिन तक इस समस्या का कोई हल नहीं हो पाया है ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द ही तारकोल संयंत्र बन्द न किया तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने के अलावा आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. वहीं, गांव की प्रधान सुदेश कुमारी ने कहा कि इस प्लांट को स्थापित करने के लिए पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली गई है. पंचायत प्रधान ने भी गांव से इस प्लांट को हटाने की मांग की है.