ऊना: क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के चिकित्सकों ने एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए स्थानीय मरीजों के लिए आशा की नई किरणें जगा दी हैं. इससे पहले जिला के लोगों को घुटनों के रिप्लेसमेंट के लिए चंडीगढ़ या फिर पंजाब के बड़े शहरों के निजी चिकित्सा संस्थानों की तरफ जाना पड़ता था. जिससे उन्हें आर्थिक और मानसिक तौर पर काफी परेशानी भी उठानी पड़ती थी, लेकिन क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात युवा हड्डी रोग विशेषज्ञ ने पहली बार स्थानीय स्तर पर घुटनों का रिप्लेसमेंट (Successful knee transplant) करते हुए नया आयाम स्थापित किया है. जिससे अब लोगों को क्षेत्रीय अस्पताल में ही घुटनों के बदलने के आपरेशन की सुविधा मिल पायेगी.
ताजा मामले में जिला मुख्यालय के ही नजदीकी गांव बसाल से 60 वर्षीय बुजुर्ग के घुटनों में दिक्कत थी, जिनकी जांच के बाद उनके पास केवल मात्र घुटनों की रिप्लेसमेंट का ही विकल्प बचता था. जिसे रीजनल अस्पताल ऊना के चिकित्सक डॉक्टर आयुष शर्मा ने एनस्थीसिया विशेषज्ञ सुमित दूबे की मदद से सफलतापूर्वक रिप्लेस करते हुए मरीज को बड़ी राहत प्रदान की है.
डॉक्टर आयुष शर्मा कहते हैं कि पिछले 2 सालों में कड़ी मेहनत करते हुए सरकारी अस्पताल में एक मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया गया है ताकि आधुनिक समय की हाईटेक सर्जरी को स्थानीय स्तर पर मुकम्मल करते हुए मरीजों को राहत प्रदान की जा सके. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में स्पाइन सर्जरी के लिए पूरी तरह से सेटअप मौजूद नहीं है, जिसे जुटाने का प्रयास किया जाएगा. ताकि आने वाले समय में रीढ़ की दिक्कतों से जूझ रहे मरीजों को पंजाब या फिर बाहरी राज्यों की तरफ न भागना पड़े.
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में घुटनों का सफल रिप्लेसमेंट करने वाले डॉक्टर आयुष शर्मा इससे पहले हिप रिप्लेसमेंट को भी सफलतापूर्वक अंजाम दे चुके हैं. जबकि ऑर्थोपेडिक चैप्टर में उन्होंने 500 से अधिक सफल ऑपरेशन करते हुए स्थानीय मरीजों को बड़ी राहत प्रदान की है. जिनमें से 25 हिप रिप्लेसमेंट, 150 ट्रॉमा सर्जरी और अब दो नी-रिप्लेसमेंट के अतिरिक्त कई छोटे-बड़े ऑपरेशन कर चुके हैं.
रीजनल अस्पताल ऊना में 60 वर्षीय मरीज के घुटनों के रिप्लेसमेंट के बाद अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मंजू बहल का कहना है कि अस्पताल प्रशासन का एकमात्र प्रयास मरीजों को उम्दा सेवाएं प्रदान करना है. युवा चिकित्सकों ने नए आयाम स्थापित करते हुए बड़ी राहत देने का काम किया. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इन सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाएगा ताकि जिला के लोगों को उपचार के लिए बाहरी राज्यों की तरफ भागने से निजात दिलाई जा सके.
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