ऊना: जिला के उपमंडल चिंतपूर्णी में मल निकासी के लिए सीवरेज लाइन बिछाने का काम कछुआ चाल से चल रहा है. दरअसल मंदिर न्यास ने 2012 में सीवरेज का प्लान तैयार किया था और मन्दिर न्यास ने 2014 में आईपीएच विभाग को दस लाख रुपये पहली किश्त के रूप में दे दिए थे, लेकिन अभी तक सीवरेज लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ है.
2015 को सीवरेज बिछाने का काम आईपीएच विभाद ने शुरू किया था. अब तक सीवरेज लाइन बिछाने के लिए मंदिर न्यास साल 2016 से 2019 तक लगभग छह करोड़ की राशि दे चुका है.
सीवरेज निर्माण कार्य के लिए तीन जोन बनाए गए हैं, जिसमें से दो जोन का काम धीमी रफ्तार से चल रहा हैं, जबकि तीसरे जोन का काम अभी शुरू ही नहीं हुआ है. हालांकि दोनों जोन में पाइप लाइन का कार्य लगभग पूरा हो गया हैं, जबकि एक जोन में ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार होने वाला हैं.
मल निकासी योजना के निर्माण में हो रही देरी के कारण सीवरेज का गंदा पानी नालियों में खुला बहता है, जो क्षेत्र की आस पास की पंचायतों के प्राकृतिक जल स्त्रोतों को भी दूषित कर रहा है. ऐसे में क्षेत्रों में बीमारी फैलने का खतरा भी पैदा हो गया हैं.
समनोली गांव के निवासियों ने बताया कि मंदिर प्रशासन को इस गंदे पानी की समस्या से कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि सीवरेज के कार्य में इतनी देरी क्यों हो रही इसका पता नहीं चल रहा हैं.
अधिशाषी अभियंता अरविंद सूद ने कहा कि जमीनी विवाद के कारण काम पूरा नहीं हो रहा है. ऐसे में जब जमीनी विवाद का मामला सुलझ जाएगा तब वहां पर काम शुरू कर दिया जाएगा.