ऊना: कोरोना वायरस के इस दौर के बीच खुलते-बंद होते स्कूलों की कड़ी में एक बार फिर स्कूल खुलने का अध्याय जुड़ गया है. सोमवार सुबह प्रदेश सरकार की नई गाइडलाइंस के मुताबिक 9वीं से लेकर जमा दो तक की कक्षाओं को स्कूल बुलाने के फैसले पर अमल किया गया. कोविड-19 से बचाव के लिए ही एक बार फिर नए सिरे से गाइडलाइंस बनाकर प्रोटोकॉल घोषित किया गया है. जिसके तहत सप्ताह के पहले 3 दिन बोर्ड कक्षाओं, यानी दसवीं और जमा दो के छात्रों को स्कूल बुलाया गया है. वहीं सप्ताह के अंतिम 3 दिनों में नवीं और 11वीं के बच्चों की कक्षाएं लगेगीं
सोमवार को स्कूल खोलने के साथ ही स्कूल प्रभारियों और विभाग के अधिकारियों ने विद्यालयों में पहुंचकर छात्रों को कोविड-19 अनुरूप व्यवहार की जानकारी दी. इसके साथ ही छोटी कक्षाओं के लिए अब भी ऑनलाइन क्लासेज के सिस्टम को जारी रखने का फैसला लिया गया है. लंबे अरसे के बाद स्कूल पहुंचे छात्रों ने भी राहत की सांस ली है और उन्होंने उम्मीद जताई है कि अब पहले की तरह विद्यालय को बंद करने की नौबत नहीं आएगी. शिक्षकों और अभिभावकों के साथ-सथ छात्र वर्ग भी यह मानता है कि कोरोनावायरस के इस दौर में शैक्षणिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.
उच्च शिक्षा उपनिदेशक जनक सिंह खुद इस दौरान स्कूलों में पहुंचे और उन्होंने स्कूल खोलने को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार के नए आदेशों के अनुसार सप्ताह के पहले 3 दिन बोर्ड कक्षा 10वीं और जमा दो को ऑफलाइन क्लासेज में बुलाने का फैसला लिया गया है. वहीं सप्ताह के अंतिम 3 दिनों में नवमी और जमा एक के बच्चे स्कूल आकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि कोविड-19 रूप व्यवहार को हर हालत में लागू किया जा रहा है. जनक सिंह ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी आने पर फौरन अपने स्कूल के प्रभारियों या शिक्षकों को इसकी सूचना देना सुनिश्चित करें. ताकि समय रहते आवश्यक कदम उठाकर कोरोनावायरस के संक्रमण को रोका जा सके.
वहीं, स्कूलों में कोविड 19 की गाइडलाइंस को सुचारु बनाने के लिए स्कूल प्रभारियों ने भी कमर कस ली है. जिला के विभिन्न स्कूलों में स्कूल प्रभारियों ने स्वंय अपनी देखरेख में छात्रों के हाथो को सेनेटाइज करवाने, थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क लगाने की व्यवस्थाओ को देखा. स्कूल के प्रभारी भी स्कूलों के खुलने से खासे उत्साहित दिखे.
वहीं, स्कूलों में पहुंच रहे छात्रों में भी खासा उत्साह देखने को मिला. दोबारा स्कूल खुलने के पहले दिन छात्रों के मुकाबले छात्राओं की संख्या ज्यादा देखने को मिली. विद्यार्थियों की माने तो ऑफलाइन पढ़ाई ऑनलाइन पढ़ाई के मुकाबले ज्यादा बेहतर है इसलिए स्कूल खुले रहने चाहिए ताकि वो अपनी पढ़ाई सुचारु रूप से चलाये रखे .
चंबा में भी खुले स्कूल: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आज से नौवीं से बारहवीं कक्षा के सभी स्कूल खोल दिए हैं. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्हेल में भी स्कूल खुलने पर छात्र छात्राओं ने स्कूल का रुख किया, हालांकि सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार स्कूल प्रशासन की ओर से बच्चों को स्कूल में बैठाया गया. सबसे पहले छात्र छात्राओं को गेट पर पहुंचने के बाद हैंड सैनिटाइजर और उसके बाद तामपान चेक किया गया. इसके बाद कक्षाओं में जाने की अनुमति प्रदान की गई.
हालंकि स्कूल प्रशासन ने स्कूल में एक बेंच पर एक ही छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए कहा और छात्र छात्राएं मास्क पहनकर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए दिखाई दिए. छात्र स्कूल आकर काफी खुश दिखाई दिए. छात्रों का कहना है कि काफी महीनों के बाद स्कूल खुले हैं, ऐसे में स्कूल आने के बाद काफी अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा कि स्कूल में काफी कुछ सीखने को मिलेगा.
वहीं, दूसरी ओर स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य योग राज का कहना है कि सरकार के आदेश के बाद आज से स्कूल खोल दिए गए हैं. सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार स्कूल में बच्चों को बैठाया गया है. पहले दिन पचास प्रतिशत बच्चे स्कूल आए हैं उसके लिए हमने स्कूल के स्कूल प्रबधन कमेटी के माध्यम से भी अभिभावकों को कहा था कि आज से स्कूल खुल रहे हैं. उसके मुताबिक बच्चे स्कूल आए हैं.
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