ऊना: वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री द्वारा सरकार पर माफिया को बढ़ावा देने के बयान पर भी पलटवार किया. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि (Satpal Satti targeted Mukesh Agnihotri) अपने शासनकाल में रेवड़ियों की तरह खनन की लीज बांटने वाले मुकेश अग्निहोत्री को अब माफिया राज नजर आने लगा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि हिमाचल प्रदेश के किस पूर्व मंत्री ने पंजाब के लोगों को हिमाचल की खनन संपदा को (Mining Mafia in Himachal) लूटने की खुली छूट दी थी.
उन्होंने कहा कि खनन माफिया का राग अलापने वाले मुकेश अग्निहोत्री अपने ही उन नेताओं पर क्यों नहीं बोलते जो माफिया के समर्थन में अधिकारियों के कार्यालय में घुसकर गुंडागर्दी दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायकों की गाड़ियां, माफिया को संरक्षण देने में इस्तेमाल की जा रही है. विधायकों का स्टाफ सड़कों पर माफिया के समर्थन में पुलिस कर्मचारियों से भिड़ता नजर आया है, लेकिन इतनी घटनाओं के बावजूद मुकेश अग्निहोत्री इन तमाम मुद्दों पर मौन धारण किए बैठे हैं.
सतपाल सिंह सत्ती ने तंज कसते हुए कहा कि मुकेश अग्निहोत्री को संख्या बल ना होते हुए भी (Satpal Satti targeted Mukesh Agnihotri) प्रदेश सरकार ने नेता प्रतिपक्ष के पद से सुशोभित किया लेकिन वह अपने पद की गरिमा को भी बनाए रखने में नाकाम रहे हैं. वहीं, सत्ती ने कहा कि न जाने मुकेश अग्निहोत्री को क्या चिंता सत्ता रही है जो हर जगह कहते फिर रहे हैं कि न ही उनका कोई क्रशर है और न ही कोई और धंधा.
बता दें कि जिला मुख्यालय के जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की (Intellectual Cell of BJP Una) जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. इस मौके पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जबकि पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा भी इस दौरान मौजूद रहे. बैठक में सतपाल सिंह सत्ती ने बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों और आगामी कार्य योजनाओं पर व्यापक चर्चा की.
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए अलग प्रकोष्ठों का निर्माण किया है और उसी के तहत बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ भी भाजपा के अहम अंग के रूप में काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पार्टी की गतिविधियों के साथ-साथ सरकारों की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने में बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का अहम योगदान रहता है. ऐसे में छोटी-छोटी बैठकों के जरिए बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी आम जनमानस के साथ पार्टी और सरकार की तमाम गतिविधियों पर चर्चा कर सकते हैं.
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