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डीसी ऊना ने प्री जनमंच में सुनी लोगों की शिकायतें, कुछ समस्याओं का मौके पर किया निपटारा

प्री जन-मंच कार्यक्रय के दौरान ऊना डीसी ने चार पंचायतों का दौरा किया और वहां के लोगों की समस्याओं को सुना. ज्यादातर लोगों ने अपने इलाकों में पानी की निकासी का उचित प्रबंधन न होने की समस्या के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया और समस्या को सुलझाने की गुहार लगाई.

प्री-जनमंच कार्यक्रम
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Published : Jul 5, 2019, 8:14 AM IST

Updated : Jul 5, 2019, 8:21 AM IST

ऊना: उपायुक्त संदीप कुमार ने प्री जन-मंच कार्यक्रय के दौरान चार पंचायतों का दौरा किया और वहां के लोगों की समस्याओं को सुना. उपायुक्त ने रामपुर, जनकौर, फतेहपुर व खानपुर पंचायतों में जाकर लोगों से बात की और उनकी समस्याओं को जाना.

ज्यादातर लोगों ने अपने इलाकों में पानी की निकासी का उचित प्रबंध न होने की समस्या के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया और समस्या को सुलझाने की गुहार लगाई. इस दौरान कुछ व्यक्तियों ने बंदर के आतंक का मुद्दा भी उठाया.

लोगों ने उपायुक्त को बताया कि बन्दरों ने कई लोगों को काट खाया है और अब उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. इस पर उपायुक्त ने उन्हें भरोसा दिलाया कि शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना जाकर वे निशुल्क यह इंजेक्शन लगवा सकते हैं.

ये भी पढ़े: IPH विभाग के 180 कर्मियों को पिछले 3 महीने से नहीं मिला वेतन, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

डीसी ने लोगों को बताया कि इस बार जन-मंच का आयोजन 7 जुलाई को राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुठार खुर्द में किया जा रहा है. विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और जन समस्याओं का निपटारा करेंगे.

जनमंच कार्यक्रम का मकसद लोगों की समस्याओं को उनके घर-द्वार पर हल करना है ताकि उन्हें बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाना पड़े. उन्होंने बताया कि प्री जन-मंच गतिविधियों के दौरान विभिन्न विभाग कैंप लगाकर अपनी योजनाओं की जानकारी लोगों को प्रदान करते हैं और पात्र व्यक्तियों का पंजीकरण भी किया जाता है ताकि उन्हें उस योजना का लाभ मिल सके.

उपायुक्त ने कहा कि प्री जन-मंच में भी लोगों की समस्याओं का निवारण किया जाता है और जिन समस्याओं का निपटारा नहीं हो पाता उन्हें जन-मंच में लाया जाता है. इन चारों पंचायतों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी तथा पात्र व्यक्तियों से आवेदन करने को कहा गया ताकि उन्हें इन योजनाओं का लाभ मिल सके.

लोगों को गृहणी सुविधा योजना, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, हिमकेयर व पंचायतों की आने वाली ग्राम सभा की विशेष बैठक में बीपीएल सूचिओं की समीक्षा के बारे में जानकारी प्रदान की गई.

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ज्यादातर लोगों ने अपने इलाकों में पानी की निकासी का उचित प्रबंध न होने की समस्या के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया और समस्या को सुलझाने की गुहार लगाई. इस दौरान कुछ व्यक्तियों ने बंदर के आतंक का मुद्दा भी उठाया.

लोगों ने उपायुक्त को बताया कि बन्दरों ने कई लोगों को काट खाया है और अब उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. इस पर उपायुक्त ने उन्हें भरोसा दिलाया कि शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना जाकर वे निशुल्क यह इंजेक्शन लगवा सकते हैं.

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डीसी ने लोगों को बताया कि इस बार जन-मंच का आयोजन 7 जुलाई को राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुठार खुर्द में किया जा रहा है. विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और जन समस्याओं का निपटारा करेंगे.

जनमंच कार्यक्रम का मकसद लोगों की समस्याओं को उनके घर-द्वार पर हल करना है ताकि उन्हें बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाना पड़े. उन्होंने बताया कि प्री जन-मंच गतिविधियों के दौरान विभिन्न विभाग कैंप लगाकर अपनी योजनाओं की जानकारी लोगों को प्रदान करते हैं और पात्र व्यक्तियों का पंजीकरण भी किया जाता है ताकि उन्हें उस योजना का लाभ मिल सके.

उपायुक्त ने कहा कि प्री जन-मंच में भी लोगों की समस्याओं का निवारण किया जाता है और जिन समस्याओं का निपटारा नहीं हो पाता उन्हें जन-मंच में लाया जाता है. इन चारों पंचायतों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी तथा पात्र व्यक्तियों से आवेदन करने को कहा गया ताकि उन्हें इन योजनाओं का लाभ मिल सके.

लोगों को गृहणी सुविधा योजना, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, हिमकेयर व पंचायतों की आने वाली ग्राम सभा की विशेष बैठक में बीपीएल सूचिओं की समीक्षा के बारे में जानकारी प्रदान की गई.

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Intro:स्लग-- जिला ऊना में चिट्टे ने पसारे अपने पांव, पुलिस ने डेढ़ साल में पकड़े चिट्टे के 60 मामले, पंजाब राज्य के साथ सटा होने के कारण बढ़ रहा चिट्टे का प्रभाव।


Body:एंकर-- ऊना जिला में चिट्टे का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। चिट्टे की चपेट में आने से कई युवा अपनी जिंदगी से हाथ धो चुके हैं। पंजाब राज्य के साथ सटा होने के कारण ऊना में चिट्टा तेजी से अपने पांव पसार रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि युवाओं को नशे की लत लगने के अनेकों कारण हैं। जिससे युवा नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वहीं पुलिस की माने तो जिला में ऊना में हरोली और ऊना शहर में चिट्टे के अधिक मामले सामने आए है। नशे में संलिप्त युवाओ का कहना है कि नशे का सेवन करने से आदमी अपनी सोचने समझने की क्षमता खो बैठता है, इसलिए नशे का सेवन नही करना चाहिए। वहीं स्थानीय लोगों कहना है कि सरकार को नशे के खिलाफ अभियान चलाकर लोगो को जागरूक करना चाहिए, नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लानी चाहिए।

वीओ--1 ऊना जिला में नशे मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं।
ऊना पुलिस आये दिन नशे के मामलों को उजागर कर रही है।
वहीं पुलिस की माने तो हिमाचल में चिट्टे की सप्लाई पंजाब राज्य से हो रही है। जिस पर लगाम लगाने के लिए पुलिस निरंतर प्रयासरत है। जिला ऊना में सबसे ज्यादा चिट्टे के मामले ऊना सदर थाना और हरोली थाना क्षेत्र के है। जहां नशे के कारोबारियों द्वारा स्थानीय युवाओं को इस धंधे में झोंका जा रहा है । स्थानीय युवा इस धंधे में कोरियर बॉय की भूमिका अदा कर रहे हैं । इसकी एवज में उन्हें मात्र दो से तीन हजार रुपए की धनराशि भी दी जाती है। पैसे के लालच में युवा नशे के सौदागर बन रहे हैं। हालात यह है कि स्कूली छात्र भी नशे की चपेट में आ चुके हैं । लेकिन ऊना पुलिस चिट्टे पर लगातार सर्जिकल स्ट्राइक कर रही है ।
बता दें ऊना पुलिस ने 2014 में एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 29 मामले पकड़े। जिसमें चिट्टे के 4 मामले और 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 2015 में कुल 23 मामले पकड़ में आये। जिसमें चिट्टे के 6 मामले और 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 2016 में नशे के कुल 44 मामले सामने आए। जिसमें 10 मामले चिट्टे के और 57 लोगों को हिरासत में लिया गया।
2017 में 81 मामले पकड़े , जिसमें 13 मामले चिट्टे के और 106 लोगों को हिरासत में लिया गया। 2018 में नशे के कुल 106 मामले दर्ज हुए। जिसमें 34 मामले चिट्टे के पकड़े गए।
जबकि 139 लोगों को नशे के मामले में गिरफ्तार किया गया।

वहीं 2019 में जून माह में नशे के कुल 40 मामले दर्ज किये गए। जिसमें चिट्टे के 25 मामले तथा 50 लोगों नशे के मामलों में हिरासत में लिया गया।

पुलिस के मुताबिक 2019 में अभी तक दो युवकों की चिट्टे से मौत हो चुकी है। वहीं पुलिस द्वारा चिट्टे के खिलाफ छेड़े गए अभियान की स्थानीय लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। लोगों की मानें तो चिट्टा एक खतरनाक नशा है जिससे कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं।

बाइट-- नशे में संलिप्त (युवक)
CHITTA IN UNA-2,3

वहीं नशे में संलिप्त युवाओं ने कहा कि नशे में पड़ना आसान है। लेकिन इसकी गिरफ्त से निकलना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि पिछले चार सालों से चिट्टे के आदि रहे हैं। चिट्टे की गिरफ्त में आने पर आदमी अपनी सोचने की क्षमता खो देता है, नशा करना मौत को बुलाबा देना है। उन्होंने कहा कि छह महीने तक ऊना में एक निजी नशा निवारण केंद्र में उपचार लिया और वे अब पूरी तरह से नशे को अलविदा कह चुके हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की है वे नशे में पड़े।

वीओ --2 वहीं ऊना और हरोली में बढ़ते नशे को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि नशे के सौदागरों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो । युवा पीढ़ी आज नशे में इसलिए भी पड़ रही क्योंकि उनके पास रोजगार से साधन कम है। सरकार को रोजगार के अवसरों में बृद्धि करनी चाहिए ताकि युवा नशे की ओर बढ़ें।
बाइट-- स्थानीय निवासी,
CHITTA IN UNA-4,5


वीओ--3 वहीं चिकित्सा विशेषज्ञ का कहना है कि युवा विभिन्न कारणों से नशे की ओर बढ़ रहे जैसे पहले नशा करने वालों के कॉन्टेक्ट में आना, पढ़ाई में कमजोर, बेरोजगारी इत्यादि नशे में पड़ने के युवाओं के मुख्य कारण है। ऊना में सबसे ज्यादा प्रयोग चिट्टे का किया जा रहा है। इसे रोकने के लिए सरकार के साथ सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।

बाइट-- राम पाल शर्मा (एसएमओ,ऊना)
CHITTA IN UNA- 6

वीओ--4 वहीं एएसपी विनोद धीमान की माने तो जिला ऊना में हरोली और ऊना सदर में सबसे अधिक चिट्टे के मामले सामने आए हैं। ऊना में नशे की सप्लाई साथ लगते राज्य से हो रही है। 2019 में चिट्टे से जिला में दो युवकों की मौत हो चुकी है। लेकिन पुलिस द्वारा चिट्टे को पकड़ने के लिए विशेष अभियान छेड़ा गया। जिसका आये दिन लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है।

बाइट-- विनोद धीमान (एएसपी, ऊना)
CHITTA IN UNA-7





Conclusion:
वीओ-5 वहीं ऊना के अतिरिक्त आयुक्त अरिंदम चौधरी का कहना है कि प्रशासन द्वारा लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऊना के हरोली नशा निवारण केंद्र स्थापित किया जाएगा। जिसका प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चुका है।

बाइट-- अरिंदम चौधरी (अतिरिक्त्त उपायुक्त, ऊना)
CHITTA IN UNA-8


नोट -- मोहित जी ध्यानार्थ।
Last Updated : Jul 5, 2019, 8:21 AM IST
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