ऊना: हरोली उपमंडल के दुलैहड़ में रविवार को जिले का 26वां जनमंच आयोजित किया गया. हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए जनमंच कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान स्थानीय भाजपा नेता एवं एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रोफेसर रामकुमार भी उनके साथ मौजूद रहे. जनमंच में पहुंचे कृषि मंत्री ने विभिन्न विभागों की विकासात्मक प्रदर्शनियों का अवलोकन किया. इस मौके पर करीब 110 लोगों की समस्याएं जनमंच में प्रस्तुत की गई.
वहीं, संबंधित विभागों के अधिकारियों से मौके पर ही जवाब तलबी भी की गई. इस दौरान (Jan Manch program in Dulehar Una) कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जनमंच हिमाचल प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. जिसके चलते सरकार लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए उनके घर द्वार पर पहुंचती है. उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक करीब 26 जनमंच आयोजित हो चुके हैं, जिसमें हजारों लोगों की समस्याओं का मौके पर निपटारा भी किया गया है.
केवल मात्र समस्याएं ही नहीं, जनमंच के माध्यम से विभिन्न विभागों की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचना सुनिश्चित किया गया है. अनेकों प्रकार के प्रमाण पत्र लोगों को जनमंच के दौरान मौके पर ही बनाकर उपलब्ध कराए जाते हैं. विस्तृत प्रारूप में आयोजित किया जाने वाला महत्वाकांक्षी कार्यक्रम जनमंच इसीलिए ग्रामीण अंचलों तक अपनी उपयोगिता को सिद्ध कर रहा है.
जनमंच के दौरान उस वक्त सभी लोग हतप्रभ रह गए जब भाजपा के स्थानीय मंडल अध्यक्ष नरेंद्र राणा समस्याओं के निवारण के समय मंच से उतरकर माइक पर अपनी समस्या सुनाने पहुंच गए. नरेंद्र राणा ने अपनी ग्राम पंचायत के पंचायत भवन का निर्माण नहीं होने की समस्या ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर के समक्ष उठाई. उन्होंने कहा कि (Jan Manch program in Dulehar Una) करीब 2 वर्ष पूर्व पंचायती राज मंत्री ने ही इसका शिलान्यास किया था, लेकिन आज तक इस भवन के निर्माण को शुरू नहीं किया जा सका है. जिसे सुनकर जनमंच की अध्यक्षता कर रहे मंत्री वीरेंद्र कंवर भी काफी नाराज हुए. उन्होंने फौरन विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी करते हुए 6 महीने में इस निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश जारी किये.
ये भी पढ़ें: किन्नौर: मुरंग गांव में जनमंच कार्यक्रम का आयोजन, मंत्री राजीव सैजल ने सुनी लोगों की समस्याएं
ये भी पढ़ें: सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर इस वर्ष खर्च होंगे 1300 करोड़ रुपए: सरवीण चौधरी