ऊना: जिला ऊना के विभिन्न स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की विभिन्न टीमों द्वारा शुक्रवार को ताबड़तोड़ छापेमारी (ED raid in Una ) के दौरान अवैध खनन से जुड़े कई तथ्यों का खुलासा हुआ है. छापेमारी के दौरान जहां लाखों रुपए की नकदी बरामद की गई है. इसके अलावा कुछ डिजिटल डिवाइस और अवैध खनन से जुड़े अहम दस्तावेज (illegal mining in una) भी बरामद किए गए हैं. छापेमारी के दौरान करीब 15.37 लाख रुपये की नकदी के साथ-साथ कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में यह खुलासा किया गया कि यह पूरा मामला करीब 35 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग अवैध खनन का है. विभिन्न स्थलों का निरीक्षण करने पर ईडी की टीम ने पाया है कि खनन के लिए लीज पर ली गई जमीन से बाहर जाकर भी जमकर अवैध खनन को अंजाम दिया गया.
इसके अतिरिक्त खनन पट्टे की जगह भी नियमों को ताक पर रखकर अंधाधुंध अवैध खनन करते हुए पर्यावरण को जमकर नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई है. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा लखविंदर सिंह स्टोन क्रेशर फर्म से जुड़े मानव खन्ना, नीरज पराशर और विशाल उर्फ विक्की नाम के व्यक्तियों के घर और अन्य ठिकानों साथ-साथ कुछ अन्य जगहों पर भी ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. इतना ही नहीं इन लोगों के ठिकानों पर की गई छापेमारी के दौरान दस्तावेजों के कुछ ऐसे सेट बरामद किए गए हैं, जिनमें असल खनन की सारी जानकारियां दर्ज की गई थी.
बता दें कि साल 2021 में जिला की लाइफ लाइन कही जाने वाली सोमभद्रा नदी में अवैध खनन (illegal mining in sombhadra river) को लेकर जिला के थाना सदर में एक एफआईआर दर्ज की गई थी. इस एफआईआर को आगामी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भेजा गया था, जिसके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की विभिन्न टीमें पिछले कुछ दिनों से जिला भर के विभिन्न स्थानों पर लगातार ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार मामले की जांच अभी आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी.