ऊना: गोविंद सागर झील में 7 युवकों के डूबने से हुई मौत मामले (Youths drowned in Gobind Sagar lake) के बाद शवों का पोस्टमार्टम आज सुबह रीजनल अस्पताल ऊना (Regional Hospital Una) में हुआ. मृतक युवकों के परिजन सुबह सवेरे ही अस्पताल परिसर में पहुंचना शुरू हो गए थे. वहीं अस्पताल में बेहद गमगीन माहौल के बीच मातमी चीत्कार हर किसी का दिल जला रही थी. बनूड़ से आए तमाम लोगों में वार्ड 11 के पार्षद भजन लाल नंदा भी विशेष रूप से पहुंचे.
ऐसे हुआ हादसा: गौरतलब है कि गोविंद सागर झील (Gobind Sagar lake in UNA) में हुई घटना के दौरान जान गवाने वाले सभी युवा पंजाब के बनूड़ के रहने वाले थे. बनूड़ वार्ड नंबर 11 के पार्षद भजन लाल नंदा ने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक उनके वार्ड के करीब 11 युवक पीर निगाह पर माथा टेकने के बाद बाबा बालक नाथ जाने के लिए गोविंद सागर झील के किनारे मोटर बोट से झील पार करने का प्रयास में थे. इसी दौरान कुछ युवक नाविक से बात करने के लिए गए हुए थे.
वहीं झील के किनारे खड़े युवकों में से एक का पैर फिसलने से वह गोविंद सागर झील में गिर गया और उसी को बचाने के चक्कर में चेन बनाकर गोविंद सागर झील में उतर 6 अन्य युवक भी अपनी जान गंवा (Punjab Youths drowned in Gobind Sagar lake) बैठे. हालांकि सोनू नाम का 8वां युवक जो झील में उतरा था उसे साथ के अन्य युवकों ने कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया था. बनूड़ से ही मृतक युवकों के शव ले जाने के लिए पहुंचे उनके पड़ोसी कृष्ण कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही बनूड़ में माहौल बेहद गमगीन है. न केवल मृतकों के घरों में अपितु पूरे शहर में इस घटना के बाद से लोग मातम में हैं.
बुढ़ापे का एक ही था सहारा: हादसे में जान गंवाने वाले युवक विशाल कुमार के पिता राजकुमार ने बताया कि वह इससे पहले अपने चार बच्चों को खो चुके हैं. वहीं केवल विशाल कुमार ही उनके बुढ़ापे का सहारा था, लेकिन इस दुखद घटना में उनका अंतिम सहारा भी छिन गया है. भावुक हुए राजकुमार बेटे की मौत के गम में अस्पताल परिसर में यहां-वहां रोते हुए घूम रहे थे, जिन्हें देखकर हर किसी का मन विचलित हो रहा था. वहीं बनूड़ के वार्ड 11 के पार्षद भजन लाल नंदा ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम करवा लिया गया है और शवों को ले जाने के लिए जिला प्रशासन मोहाली के सहयोग से वह 7 एंबुलेंस लेकर हिमाचल पहुंचे हैं. घर पहुंचकर नगर परिषद और स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
हरकत में आया प्रशासन: वहीं हादसे के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है. डीसी ऊना राघव शर्मा (DC Una Raghav Sharma) ने इस हादसे की जांच के लिए अतिरिक्त दंडाधिकारी ऊना को जांच अधिकारी लगाया है. डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि एडीएम संबंधित पक्षों को जांच में शामिल करेंगे और उन्हें इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए भी एडीएम को उपाय सुझाने को भी कहा गया है. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन कानून-2005 की धारा 33 व 34 के तहत आगामी आदेशों तक अंदरौली में झील के किनारों पर किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा इन आदेशों की अनुपालना के लिए एसपी ऊना को पर्याप्त सुरक्षा बल सही स्थानों पर तैनात करने के आदेश दिए गए हैं.
ये भी पढे़: हिमाचल की गोबिंद सागर झील में 7 लोग डूबे, गोताखोरों ने निकाले सभी शव