कसौली/सोलन: कोरोना के बीच हिमाचल प्रदेश में डेंगू का खतरा भी बढ़ गया (dengue cases in himachal) है. प्रदेश में डेंगू के मामले भी सामने आ रहे हैं. ताजा मामला जिला सोलन के परवाणू का है. जहां एक युवती को डेंगू पॉजिटिव आने के बाद बुखार न उतरने से किडनी फेल हो गई और उसकी मौत हो (young woman dies due to dengue in Parwanoo) गई. युवती का इलाज डेरा बस्सी के निजी अस्पताल में चला रहा था. वहीं, परवाणू और आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का आंकड़ा 1000 के पार हो गया (Increase in dengue cases in Kasauli) है.
शनिवार को भी परवाणू में डेंगू के 24 मामले आए हैं. परवाणू में लगातार डेंगू के मामले बढ़े हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंतित है. जानकारी के अनुसार युवती परवाणू के साथ लगते गांव की रहने वाली थी. युवती की 12 अगस्त को डेंगू की रिपोर्ट ईएसआई अस्पताल परवाणू में जांच के दौरान पॉजिटिव आई थी. युवती की बिगड़ती हालत को देखते हुए 14 अगस्त को मोहाली अस्पताल में रेफर किया गया. जहां से थोड़ी हालत स्थिर होने पर युवती को 20 अगस्त को छुट्टी दे दी गई.
इसके बाद युवती का घर आ जाने के बाद भी बुखार नहीं उतरा. जिससे फिर उसे मोहाली अस्पताल ले जाया गया. वहां से 24 अगस्त को डेरा बस्सी स्थित निजी अस्पताल में इलाज के लिए रेफर किया गया, लेकिन युवती की बुखार न उतरने से किडनी फेल हो गई और युवती ने दम तोड़ दिया. बता दें कि युवती की इस साल आगामी 2 दिसंबर को शादी होनी थी. वहीं, ईएसआई अस्पताल परवाणू के इंचार्ज डॉ. कपिल ने कहा कि संबंधित अस्पताल से जानकारी ली गई है. युवती कुछ दिनों पहले ईएसआई अस्पताल में डेंगू पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उसे रेफर किया गया था.
डॉक्टर कपिल ने कहा कि युवती की किडनी फेल होने से मौत हुई है. शनिवार को ईएसआई अस्पताल परवाणू में डेंगू के 57 टेस्ट किए गए. जिसमें से डेंगू के 24 मामले पॉजिटिव आए हैं. इसमें परवाणू के आसपास के क्षेत्र से 21 व हरियाणा से तीन मामले हैं. परवाणू के कामली गांव से दो, टिपरा से एक, टकसाल से सात, परवाणू के सेक्टर 1 से पांच, सेक्टर 2 से चार, सेक्टर 3 से तीन, सेक्टर 6 से एक मामला आया है. इन लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सतर्क रहने के लिए कहा है.
इतने दिनों बाद दिखने लगते हैं लक्षण: आमतौर पर संक्रमित मच्छर जब किसी व्यक्ति को काटता है, तो उसके 4-10 दिनों के बाद उसमें डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं. इसके बाद तेज बुखार आने के साथ ही डेंगू के अन्य लक्षण भी नजर आने लगते हैं और ये तेजी से बढ़ने भी लगते हैं.
डेंगू से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें.
- मच्छर मारने वाली दवा का उपयोग करें.
- घर से या किचन से निकलने वाले कचरे को ज्यादा जमा न होने दें.
- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
- घर की छत, कूलर, गमलों, टायर या अन्य जगहों पर पानी जमा न होने दें. ध्यान रहे कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है.
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें
- मतली-उल्टी आना.
- तेज बुखार आना.
- कमजोरी महसूस होना.
- पेट की खराबी या पेट में दिक्कतें पैदा होना.
- सिरदर्द होना.
- मांसपेशियों में दर्द होना.
- हड्डी या जोड़ों में दर्द होना.
- आंखों के पीछे वाले हिस्से में दर्द होना.
- त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते या लाल रंग के दाने होना.
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें, तो डेंगू के शुरुआती लक्षण फ्लू की तरह होते हैं और इसी के कारण लोग डेंगू के लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं.
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