सोलन: हिमाचल प्रदेश में सोलन जिला इस समय प्रदेश में कोरोना हॉटस्पॉट बना हुआ है. जिला में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 269 पहुंच चुका है और 50 फीसदी से ज्यादा मामले पिछले पांच दिनों में ही सामने आए हैं. नौ से 13 जुलाई के बीच जिला में 130 पॉजिटिव केस आए हैं. इसका सबसे बड़ा कारण अनलॉक के बाद प्रदेश में एंट्री के नियमों में दी जा रही ढील को माना जा रहा है.
कब हुई थी जिला में कोरोना की शुरुआत
जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में दो अप्रैल को कोरोना का पहला पॉजिटिव मामला सामने आया था, उसके बाद चार और पांच अप्रैल को दिल्ली से आए तब्लीगी जमात के लोग नालागढ़ में पॉजिटिव पाए गए थे.
कुछ दिन तक तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आए लोग चंबा और सिरमौर में भी पॉजिटिव आए. बाद में यहां कड़े प्रतिबंध की वजह से कोरोना को काफी हद तक कंट्रोल कर दिया गया और 29 अप्रैल तक जिला कोरोना फ्री भी हो गया था, लेकिन करीब एक महीने बाद फिर से कोरोना ने जिला में दस्तक दी.
इस दिन आये थे ज्यादा मामले
जिला में 28 मई के बाद लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ता रहा है. इस बीच कोरोना से लोग जंग भी जीतते रहे. जिला में सबसे पहले 15 जून को सबसे ज्यादा 19 नए मामले सामने आए थे. इसके बाद ग्राफ बढ़ता गया.
25 जून तक जिला में 91 मामले थे जो बढ़कर 29 जून तक 109 मामले हो गए. 8 जुलाई को जिला में कोरोना का आंकड़ा 127 पहुंच चुका था. फिर एक बार जिला में 9 जुलाई को 33 नए मामलों के साथ सोलन में कोरोना का विस्फोट हुआ, जिसमें एक ही कंपनी के कर्मचारी पॉजिटीव पाए गए.
10 जुलाई को भी कोरोना के जिला में 16 नए मामले सामने आए थे और दो दिन बाद फिर जिला में एक साथ 10 नए मामलों के साथ कोरोना का आंकड़ा 188 पहुंच गया. 13 जुलाई वो दिन था जब जिला के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-नालागढ़ में एक साथ 69 मामले सामने आए थे. उसके बाद तीन नए मामले आये जिसके बाद अबतक जिला में कोरोना का कुल आंकड़ा 269 पहुंच चुका है. वहीं, जिला में 160 कोरोना के एक्टिव मामले है. वहीं सोलन जिला में वर्तमान में 3135 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है.
प्रशासन की निगरानी में रहे हजारों लोग
जिला में वर्तमान में 3226 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है. इन लोगों में से 2475 को होम क्वारंटाइन किया गया है जबकि 1983 व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें अन्य राज्यों से जिला में आने के बाद होम क्वारंटाइन किया गया है. 492 अन्य व्यक्ति होम क्वारंटाइन और 598 संस्थागत क्वारंटाइन में हैं.
जिला में अभी तक 15124 व्यक्ति 14 दिन की निगरानी अवधि पूरी कर चुके हैं और अभी तक कुल 18350 लोगों को निगरानी में रखा जा चुका है. वहीं, जिला में चार लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है, इनमें से क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में एक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नालागढ़ में दो और एमएमयू कुम्हारहट्टी में एक व्यक्ति को आईसोलेशन में रखा गया है.
रियायतें मिलने के बाद बढ़ा संक्रमितं का आंकड़ा
सरकार ने जून के पहले सप्ताह में बाहरी राज्यों से हिमाचलियों को बाहरी राज्यों से वापिस लाने का काम शुरू किया तो कोरोना भी फिर से सक्रिय हो गया. हालांकि अच्छी बात ये रही कि तब ज्यादातर मामले क्वारंटाइन सेंटरों से ही सामने आए या फिर होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
सरकार के बाहरी राज्यों से लोगों को वापिस लाने और इन्हें होम कवारंटाइन करने को लेकर विपक्षी दल ने सवाल भी उठाए. इसके बावजूद ये नंबर इतना नहीं था कि जिसे कोरोना विस्फोट कहा जाए. पिछले पांच दिन में ही सोलन जिला कोरोना का विस्फोट हुआ है.
9 जुलाई से 13 जुलाई तक जिला में आये 130 नए मामले
जिला में 9 से 13 जुलाई तक 130 केस पॉजिटिव आए हैं. 9 जुलाई को जिला में 33, 10 जुलाई को 16, 11 जुलाई को 2, 12 जुलाई को 10 और 13 जुलाई को 69 पॉजिटिव केस आए सामने आए. सोमवार को सामने आई रिपोर्ट्स में 60 मामले बद्दी की एक ही फैक्टरी में काम करने वाले लोगों के हैं.
इससे पहले 9 जुलाई को भी 29 लोग एक ही कंपनी के पॉजिटिव आए थे. पिछले साढ़े तीन महीने में सोलन जिला में 269 कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं. इनमें से अभी तक 105 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. और चार लोग यहां से माइग्रेट हो चुके है. वहीं, 16 जुलाई गुरुवार को जिला सोलन में 18 नए मामले सामने आए हैं.
कोविड केयर सेंटर पड़ रहे कम
मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते जिला में कोविड सेंटर कम पड़ रहे हैं. सरकार ने अब बद्दी में कोविड सेंटर खोलने का फैसला लिया है. उद्योगों के सामने आ रहे कोरोना मरीज अब काठा अस्पताल नहीं, बल्कि बद्दी में रखे जाएंगे. जिला सोलन के अर्की और नौणी सेंटर में बाहरी राज्यों के आने वाले लोग 14 दिन क्वारंटीन होंगे और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर काठा शिफ्ट किए जाएंगे.
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि बाहरी राज्यों से आ रहे लोग हिमाचल में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. इनमें ज्यादातर लोग उद्योगों में काम करने वाले हैं. उद्योग मालिक ने लेबर को एक साथ हॉस्टल में रखा है. इससे लोग एक-दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं. इनके सैंपल लेने को विशेष टीमें लगाई गई हैं.
सोलन में 1 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, 4 कोविड केयर सेंटर, करीब 30 क्वारंटाइन सेंटर
सोलन जिला में ईएसआई काठा को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है, वहीं जिला में इसके अलावा चार कोविड केयर सेंटर बनाये गए हैं. एक अर्की (बखालग), सोलन में ( नौणी ) नालागढ़ में लेबर हॉस्टल और अब उद्योगों में बढ़ रहे मामलों को लेकर निमंत्रण होटल को भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. वहीं, जिला में करीब 30 क्वारंटाइन सेंटर प्रशासन द्वारा बनाये गए हैं. वहीं, जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में करीब 40 क्षेत्र कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं.
कई उद्योग हो चुके हैं सील
कोरोना के एकदम ज्यादा मामले सामने आने के बाद औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के आधा दर्जन उद्योग सील कर दिए गए हैं. रिगले उद्योग में एक साथ सामने आए 63 मामलों के बाद निमंत्रण रिजॉर्ट में क्वारंटाइन कामगारों के लिए इसे ही कोविड सेंटर बना दिया है. एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने बताया कि नालागढ़ के सारा टैक्सटाइल उद्योग, रिगले, विनसम, अरिहंत, लेमटेक सहित एक प्लास्टिक उद्योग को सील कर दिया है. विनसम उद्योग का एक हिस्सा बंद किया है, जबकि सनोक्स को अभी सील नहीं किया है.