सोलनः पिछले सप्ताह कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर लगातार 4 दिनों तक करीब 1000 मरे हुए मुर्गे मिलने से जिला में डर का माहौल था. प्रशासन और पशुपालन विभाग की ओर से सतर्कता बरतते हुए इस मामले में काम किया जा रहा है. इसकी जानकारी पशुपालन विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ. बी बी गुप्ता ने दी. उन्होंने कहा कि मृत मुर्गों की सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने का विभाग इंतजार कर रहा है.
प्रवेश द्वार पर गाड़ियों पर रखी जा रही नजर
उपनिदेशक डॉ. बीबी गुप्ता ने कहा कि प्रशासन की तरफ से कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर रात 8 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक अंडे और जीवित मुर्गों की गाड़ियों की आवाजाही पर रोक है. वहीं, सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक सारी गाड़ियों को चेक किया जा रहा है. उनका कहना है कि नाके के दौरान डॉक्टर की टीमें भी तैनात है. जहां पर मुर्गों की जांच की जा रही है. स्वस्थ और तंदरुस्त मुर्गों को ही बाजार में बेचने की अनुमति है.
दो एफआईआर दर्ज
डॉ. बीबी गुप्ता ने कहा कि पहले हाइवे किनारे मरे हुए मुर्गों मिलने के मामले में प्रशासन की ओर से अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. फिलहाल मरे मुर्गों को कालका शिमला नेशनल हाईवे 5 पर किसने फेंका, इसके बारे में पता नहीं लग पाया है. पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है.
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