सोलन: सोलन में रविवार को देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि जनहित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर (Devbhoomi Kshatriya Sangathan) द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उन्हें उम्मीद थी कि प्रदेश में जयराम सरकार स्वर्ण आयोग का गठन कर देगी, लेकिन प्रदेश की जयराम सरकार ने हिमाचल के 62 लाख सवर्णों के साथ धोखा किया है.
जयराम सरकार ने तोड़ा अपना वादा: उन्होंने कहा कि 2 सालों से वे अपनी मांगों को लेकर सवर्ण आयोग बनाने को लेकर लगातार पदयात्रा, शवयात्रा और भूख हड़ताल करते आए हैं. 16 मार्च को आखरी आंदोलन उनके द्वारा किया गया था. उन्हें उम्मीद थी कि मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वर्ण आयोग का गठन (Rumit thakur target cm jairam ) करने की बात को पूरा करेंगे. लेकिन इस सत्र में कुछ भी नहीं हो पाया है और एक बार फिर से जयराम सरकार ने जनता से झूठा वादा किया है.
अब होगा महा आंदोलन: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हवा में बातें करने वाले मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़े लोग कहते थे कि जब मानसून सत्र आएगा तो सरकार सवर्ण आयोग बनाने की मांग को पूरा करेगी. लेकिन सरकार कुछ भी नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि अभी तक वह अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे, लेकिन अब महा आंदोलन होने वाला है और यह आंदोलन भाजपा- कांग्रेस वर्सेस सवर्ण लोगों में होने वाला है.
देवभूमि जनहित पार्टी लाएगी अपना शपथ पत्र: उन्होंने कहा कि 2022 के अंत मे होने वाले विधानसभा चुनाव में वोट की चोट देवभूमि जनहित पार्टी के माध्यम से जनता इस बार प्रदेश में करने वाली है. उन्होंने कहा कि देवभूमि जनहित पार्टी के माध्यम से प्रदेश के 62 लाख सवर्णों की आवाज को लेकर प्रदेश में लड़ाई लड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि इन दिनों भाजपा- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी प्रदेश की जनता को मुफ्त में सब कुछ देने के वादे कर रही है. ऐसे में (Devbhoomi Janhit Party) वो प्रदेश की जनता को अपाहिज बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी सवर्ण आयोग के गठन के बारे में बात नहीं कर पाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही देवभूमि जनहित पार्टी अपना शपथ पत्र भी लेकर आएगी. जिसमें प्रदेश के सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा.
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