सोलनः पशुओं को बेसहारा छोड़ने पर प्रदेश सरकार की ओर से सख्ती की जा रही है. इसके बावजूद लोग पशुओं को बेसहारा बाजारों में छोड़ रहे हैं. सोलन में रोजाना सड़क पर बेसहारा पशु देखने को मिल रहे हैं. हैरानी की बात तो यह है कि इनमें टैग लगे पशु भी नजर आ रहे हैं, लेकिन इन पर कोई भी गौर नहीं कर रहा है.
आलम यह है दिन-प्रतिदिन सड़कों पर पशुओं की अधिक संख्या होने लगी है. शहर की सड़कों पर घूम रहे यह पशु राहगीरों और वाहन चालकों के लिए परेशानी बने हुए हैं. बता दें कि इन टैगिंग हुए पशुओं के मालिकों तक पहुंचना भी काफी आसान है. फिर भी इस बात पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
हो सकता है जुर्माना
पशु पालन विभाग की मानें तो पंचायत और लोकल अर्बन बॉडी इन पशुओं के मालिकों पर शिकंजा कस सकती है और नियमानुसार जुर्माना भी कर सकती है. पशु पालन विभाग सोलन के उप-निदेशक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि अगर टैग लगे पशु बाजार में बेसहारा दिखाई दे रहे हैं तो इस पर पंचायत, नगर निगम और नगर परिषद में नियमानुसार कार्रवाई करने का प्रावधान है. विभाग की ओर से टैग पशु का मालिक कौन है, इस बारे में जानकारी दी जा सकती है.
बता दें कि प्रदेश में विभिन्न जगहों पर पालतु पशुओं की पहचान कि कौन-सा पशु किसका है, इसका पता लगाने के लिए सरकार की ओर से अभियान चलाया गया था. इस अभियान के तहत पशुओं को टैग लगाया गया था. साथ ही इस टैग का यह भी फायदा था कि अगर कोई व्यक्ति इन पशुओं को बेसहारा छोड़ता है तो उन पर शिकंजा कसा जा सके. लेकिन धरातल पर ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है.
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