सोलन: पूरी दुनिया सहित देश में कोरोना वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. देश का किसान कोरोना वायरस के खराब हुए आर्थिक हालात से उभरने की कोशिश कर रहा है. किसान दिन रात मेहनत करके अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचा रहा है. भले ही किसानों की फसल का उन्हें पर्याप्त दाम न मिला हो लेकिन प्रदेश सरकार लगातार उन्हें इस घाटे से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. वहीं, मई-जून के महीने में हिमाचल में लहसुन की खेती भरपूर होती है.
दुनिया भर में लहसुन की 80 फीसदी खेती चाइना में की जाती है, लेकिन कोरोना की वजह से चाइना का अन्य देशों के साथ संपर्क टूट चुका है. हिमाचल में 50 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा लेहसुन की फसल होती है. चाइना के बाजार बंद होने की वजह से देश सहित दूसरे देशों के किसानों की नजर हिमाचल की मंडियों पर है. बारिश अच्छी होने से इस बार लहसुन की पैदावार अच्छी हुई है और अब किसान लहसुन को मंडियों तक भेजना शुरू कर चुके हैं.
किसानों की जगी उम्मीद, मिल सकते हैं अच्छे दाम
प्रदेश में इस बार भी सिरमौर सहित अन्य जिलों में लहसुन की बंपर पैदावार हुई है, और किसानों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार लहसुन की खेती के अच्छे दाम मिलने वाले हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार से भी अपील की है कि उन्हें लहसुन की फसल के अच्छे दाम मिले.
नेपाल और बांग्लादेश के आढ़ती सोलन मंडी से करने लगे संपर्क
सब्जी मंडी सोलन में लहसुन पहुंचना शुरू हो चुका है, तीन दिन में बम्पर फसल मंडी पहुंच चुकी है. किसानों को भी लहसुन के 40 से 60 रुपये तक प्रति किलो दाम लहसुन के मिल रहे हैं. वहीं, आने वाले दिनों में इस दाम में बढ़ोतरी की उम्मीद है. सब्जी मंडी के आढ़तियों का कहना है कि इस बार लहसुन का व्यापार बढ़ सकता है, चाइना से सप्लाई बंद होने के कारण नेपाल और बांग्लादेश के आढ़ती सोलन की मंडियों से संपर्क करने लगे है.
मंडिया खुलते ही बढ़ेगी हिमाचली लहसुन की मांग
इस बार लहसुन की फसल अच्छी हुई है और आने वाले समय मे किसानों का इसका फायदा मिल सकता है. आढ़तियों का कहना है कि साउथ एरिया की मंडिया खुल जाती हैं तो बाजार में हिमाचल के लहसुन की मांग बढ़ जाएगी और अगले तीन से चार दिनों में मंडिया खुलने की संभावना है.
कहीं न कहीं चाइना के बंद होने का फायदा इस बार हिमाचल उठा सकता है. नेपाल और बांग्लादेश सहित इस बार सब्जी मंडियों के आढ़ती की नजर हिमाचल पर टिकी हुई है. देखना दिलचस्प होगा कि क्या हिमाचल का लहसुन इस बार चांदी के दामों में बिक पाता है या फिर कोरोना का ग्रहण लहसुन की खेती पर भी लगेगा.
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